इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा उतारने की तैयारी, लकी ड्रॉ के जरिए परमिट होगा जारी, जानिए पूरा प्लान
नई दिल्ली: हर साल प्रदूषण की मार झेलती राजधानी दिल्ली की सड़कों पर इस साल सिर्फ इलेक्ट्रिक बस ही नहीं बल्कि ऑटो रिक्शा भी बड़ी संख्या में उतारने की तैयारी है. दिल्ली में आमतौर पर ऑटो रिक्शा सीएनजी से चलते हैं लेकिन केजरीवाल सरकार इस साल से दो हजार से ज्यादा इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा सड़कों पर उतारना चाहती है जिससे सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा तो मिले ही साथी प्रदूषण पर भी लगाम लगाई जा सके.
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने जानकारी दी है कि पहले चरण में 2285 पुरुष ड्राइवरों के लिए इलेक्ट्रिक ऑटो के परमिट जारी करने के लिए कंप्यूटरीकृत लकी ड्रॉ से अलॉटमेंट होगा. ऑटो रिक्शा चलाने के लिए परिवहन विभाग की परमिट की जरूरत होती है और इलेक्ट्रिक ऑटो के लिए भी नियम वही हैं.
दिल्ली परिवहन विभाग जल्दी ही 2285 इलेक्ट्रिक ऑटो के लिए लकी ड्रॉ के जरिए परमिट जारी करेगा. इसकी प्रक्रिया परिवहन विभाग द्वारा पूरी कर दी गई है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने जानकारी दी है कि इन परमिट के लिए लेटर आफ इंडिमनिटी भी 28 फरवरी तक जारी कर दी जाएगी.
हेलो आई जारी होने और परमिट मिलने के बाद ऑटो रिक्शा चालक इलेक्ट्रिक ऑटो खरीद सकते हैं और सड़कों पर चला सकते हैं. यह कल पॉलिसी के तहत दिल्ली सरकार पहले ही इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों की खरीद पर भारी सब्सिडी दे रही है. इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के तहत सरकार अगले कुछ सालों में दिल्ली के लगभग एक चौथाई गाड़ियों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों में तब्दील करना चाहती है. डीटीसी के बेड़े के साथ-साथ पीपीपी मॉडल में भी इस साल दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बस में उतारने की तैयारी है जिससे न सिर्फ सार्वजनिक परिवहन का बेड़ा बढ़ेगा बल्कि प्रदूषण से लड़ने की सरकार की कोशिशों को भी बढ़ावा मिलेगा.
इस बीच इलेक्ट्रिक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए भी सरकार ने कई नीतियां जारी की हैं जिसके तहत राजधानी के मॉल पार्किंग सोसाइटी में भी इलेक्ट्रिक चार्जिंग व्यवस्था लगाई जा सकती है. इलेक्ट्रिक व्हीकल चलाना जेब पर बेहद फायदा जनक तो है, साथ ही साथ इससे प्रदूषण भी नहीं होता. हालांकि इलेक्ट्रिक गाड़ियों की शुरुआती कीमत फिलहाल काफी ज्यादा है.