यूपी। दिल्ली के आसपास के इलाके यानी एनसीआर में प्रदूषण का स्तर राष्ट्रीय राजधानी से ज्यादा देखने को मिलता है, जबकि उत्तर प्रदेश में आगे के इलाकों की हवा साफ है. दरअसल, दिल्ली की सीमा से सटे इलाकों में प्रदूषण की तादाद बढ़ी होती है लेकिन यूपी के सारे इलाकों का हाल ऐसा नहीं है. मुरादाबाद, आगरा, बरेली, गोरखपुर समेत कई शहरों की हवा की गुणवत्ता बेहतर है. आइये जानते हैं आज उत्तर प्रदेश की हवा का क्या हाल है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक,ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण का स्तर दिल्ली की तरह ही बहुत खराब है. जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार है. जबकि कई शहरों में हवा की गुणवत्ता सूचकांक मध्यम श्रेणी में है. आइये जानते हैं यूपी के विभिन्न शहरों का AQI.
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है. जैसे कि नाम से आप वाकिफ हो गए हैं ये इंडेक्स हवा की जानकारी देता है. यह हवा की गुणवत्ता के बारे में जानकारी देता है. इसमें बताया जाता है कि हवा में किन गैसों की कितनी मात्रा घुली हुई है. इस इंडेक्स में 6 कैटेगरी बनाई गई हैं. ये 6 कैटेगरी हैं- अच्छी, संतोषजनक, थोड़ा प्रदूषित, खराब, बहुत खराब और गंभीर. एयर क्वालिटी इंडेक्स मुख्य रूप से 8 प्रदूषकों (PM10, PM2.5, NO2, SO2, CO, O3, NH3, and Pb) से मिलाकर बनाया जाता है. इस में वायु प्रदूषण का मतलब है हवा में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2), और कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) की मात्रा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय किए गए मापदंड से अधिक है. प्रदूषण की समस्या को भयंकर बनाने में मुख्य भूमिका हवा में मौजूद PM 2.5 और PM 10 कणों की होती है. जिस वजह से इन कणों का स्तर वायु में बढ़ जाता है तो सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन होने लगती है.