Pali. पाली। प्रदूषण का दंश झेलने वाले पाली में बरसात आते ही कई लोगों का खेल फिर शुरू हो गया है। नदी, नालों के साथ बांध के पानी में प्रदूषित पानी बहाया जा रहा है। शहर के सदर थाना के पीछे स्थित नाडी के पास ही कैमिकल गिरा गया है। जो बहकर नाडी में भी गया। इसके निशान अभी वहां हैं। वहीं नहर से खारड़ा बांध में गंदा व प्रदूषित पानी जा रहा है। शहर में रेलवे स्टेशन के दूसरी तरफ के मोहल्लों व औद्योगिक इकाइयों का पानी दो नालों के माध्यम से चादरवाला बालाजी होते हुए ट्रीटमेंट प्लांटों व एसटीपी तक जाता है। यह पानी सुभाष नगर के पास साइफन चॉक होने से बहकर नहर में गिर रहा है। वहां से बहता हुआ, खारड़ा बांध में पहुंच रहा है। इससे बांध का पानी भी प्रदूषित हो रहा है। इस साइफन को ठीक करने के लिए कुछ समय पहले नगर निगम को कहा गया था। निगम के अधिकारियों ने प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारियों के साथ जायजा भी लिया था, लेकिन निगम ने आज तक कोई कदम नहीं उठाया है।
नहर में पानी गिरने के स्थान पर उठ रहे झाग, उसके प्रदूषित होने की गवाही दे रहा है। उधर, खारड़ा बांध क्षेत्र के किसानों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। इसमे बताया कि बांध में प्रदूषित पानी जा रहा है। जो नहर से बहकर बांध तक पहुंच रहा है। किसानों ने इसे लेकर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया था। किसानों ने बांध में प्रदूषित पानी की आवक नहीं रोकने पर आंदोलन करने को कहा। सदर थाने के पीछे नाडी बरसात के बाद से लबालब है। उस के पास ही किसी ने केमिकल खाली किया है। जो बहकर नाडी तक भी गया। इस पानी से बदबू भी आ रही है। क्षेत्रवासी पार्षद सुल्तानसिंह ने बताया कि गांव के मवेशी वहां पानी पीकर बीमार हो रहे है। क्षेत्रवासी हिन्दू राम देवासी, मुराद खान, नारायणलाल बंजारा, मांगीलाल कीर, ललित शर्मा, शेषाराम नायक, लक्ष्मणराम मेघवाल, भंवरलाल हीरागर, दलपत दास, ताराराम कीर ने केमिकल वाले पानी को लेकर रोष जताते हुए कार्रवाई की मांग की।