लखनऊ की रहने वाली हैं तथा 23 को वोटिंग पर लखनऊ आने के लिए जब उन्होंने ट्रेनें खंगाली तो वेटिंग देख होश फाख्ता हो गए। पुष्पक से लेकर एलटीटी गोरखपुर और अवध एक्सप्रेस तक से उन्हें मायूसी हाथ लगी। उन्हें व्हाट्सएप पर एक राजनीतिक दल का मेसेज मिला। उन्होंने मेसेज में यात्रा का विवरण भरकर भेजा, जिसके महज एक दिन बाद उन्हें उद्योगनगरी की सेकंड एसी में कन्फर्म टिकट भेज दिया गया, वह भी नि:शुल्क। इतना ही नहीं उन्हें वोटिंग के बाद वापसी का टिकट भी भिजवा दिया गया।
मनु सिंह का मामला कोई इकलौता नहीं है। वोटिंग के लिए दिल्ली व मुंबई में रहने वाले लखनऊ के लोगों को राजनीतिक दलों, प्रत्याशियों व संगठनों की ओर से नि:शुल्क कंफर्म टिकट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे वेटिंग की समस्या से जूझ रहे यात्रियों को भी राहत मिल गई है। केशवनगर निवासी अलौकिक दीक्षित ने बताया कि उनके छोटे भाई अपूर्व को दिल्ली से लखनऊ वोटिंग के लिए आना था। ट्रेनों की स्लीपर बोगियों में वेटिंग थी। अपूर्व को स्टेशन पर ही एक पार्टी कार्यकर्ता मिले, उन्होंने कंफर्म टिकट देने की बात कही।
अगले दिन वैशाली एक्सप्रेस में तत्काल कोटे का कंफर्म टिकट मिला गया, वह भी फ्री में। ऐसे सैकड़ों यात्री हैं, जो वोटिंग के लिए लखनऊ आ रहे हैं तो उन्हें जनरल से लेकर स्लीपर और एसी बोगियों तक में कंफर्म टिकट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। व्हाट्सएप पर यात्रियों को टिकट का फॉर्मेट भेजा जा रहा है, जिसमें यात्रा का पूरा विवरण भरकर भेजने पर दूसरी ओर से कंफर्म टिकट दिया जा रहा है। इतना ही नहीं यात्रियों से वोट अवश्य डालने की अपील भी की जा रही है।
श्रमिकों को स्लीपर का टिकट
सीतापुर के मछरेहटा में रहने अनिल शुक्ल मुंबई में श्रमिक हैं। बांद्रा रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर उन्हें एक संगठन के कार्यकर्ता मिले। अनिल ने बताया कि उनसे आईडी, आधार कार्ड लिया और स्लीपर बोगी में टिकट करवा दिया। टिकट वेटिंग में था, जिसे अगले दिन कंफर्म करवाकर यात्रा करवाई गई। अनिल ने बताया कि उनके साथ के अन्य श्रमिकों को भी टिकट दिलवाए गए।
थोक में बुक हो रहे रेल टिकट
मुंबई व दिल्ली से वोटिंग के लिए लखनऊ आने वालों के लिए बल्क में टिकट बुक कराए जा रहे हैं। एक पीएनआर पर छह यात्री सफर कर सकते हैं। ऐसे 18 हजार से अधिक टिकट बनवाए गए हैं, जिनमें छह-छह यात्रियों के नाम हैं। वहीं वोटिंग के बाद वापसी के लिए भी बल्क में टिकट बुक हो रहे हैं तथा करंट काउंटर से लेकर इमरजेंसी कोटे तक के सहयोग से टिकट दिलवाए जा रहे हैं।
मुंबई की ट्रेनों में वेटिंग 110, दिल्ली में 176
22 फरवरी को मुंबई से लखनऊ आने वाली पुष्पक एक्सप्रेस की स्लीपर में 110, थर्ड एसी में 17 व सेकंड सिटिंग में 28 वेटिंग चल रही है। उद्योगनगरी एक्सप्रेस की स्लीपर क्लास में 52, थर्ड एसी में दस वेटिंग है। ऐसे ही पनवेल गोरखपुर एक्सप्रेस की स्लीपर में 38 व थर्ड एसी में पंद्रह, एलटीटी गोरखपुर एक्सप्रेस की स्लीपर में 30, थर्ड एसी में पांच तथा कुशीनगर एक्सप्रेस की स्लीपर में 63 व थर्ड एसी में 12 वेटिंग है। ऐसे ही अवध एक्सप्रेस में भी वेटिंग चल रही है। वहीं दिल्ली से लखनऊ आने वाली लखनऊ मेल की स्लीपर में 66, थर्ड एसी में दस, एसी एक्सप्रेस थर्ड एसी में दस, वैशाली की स्लीपर में 157 व थर्ड एसी में 29 तथा बिहार सप्तक्रांति की स्लीपर में 176, थर्ड एसी में 27 व नीलांचल एक्सप्रेस की स्लीपर में 99, थर्ड एसी में आठ वेटिंग चल रही है।