पुलिसकर्मियों पर यौन उत्पीड़न और जबरन वसूली का आरोप, मचा हड़कंप

महिला ने मदद के लिए पुलिस का आपातकालीन नंबर डायल किया।

Update: 2023-10-01 11:44 GMT

सांकेतिक तस्वीर

नोएडा-गाजियाबाद: नोएडा की एक 22 वर्षीय महिला महिला के साथ गाजियाबाद में यौन उत्पीड़न किए जाने की घटना सामने आई है। महिला अपने मंगेतर के साथ गाजियाबाद के साईं उपवन जंगल घूमने गई थी। महिला का कथित तौर पर तीन पुलिसकर्मियों ने घंटों तक यौन उत्पीड़न किया। यही नहीं पुलिसकर्मियों ने उनसे जबरन वसूली भी की। घटना 16 सितंबर की है। घटना के दौरान आरोपी पुलिसकर्मियों की गाजियाबाद पुलिस के पीआरवी पर ड्यूटी थी। वारदात का पता तब चला जब महिला ने मदद के लिए पुलिस का आपातकालीन नंबर डायल किया।
महिला की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। बताया जाता है कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने उसे फोन कॉल के जरिए परेशान करना जारी रखा और घटना के बाद उसके घर भी आए। गाजियाबाद पुलिस अधिकारियों ने कहा कि कॉल दिल्ली पुलिस के कंट्रोल रूप पहुंची तब उन्होंने शिकायत को गाजियाबाद भेज दिया। इसके बाद गाजियाबाद पुलिस हरकत में आई।
महिला नोएडा की बताई जाती है। उसका मंगेतर बुलंदशहर से उससे मिलने आया था। दोनों 16 सितंबर को साईं उपवन के जंगल में घूमने गए थे। वे साईं उपवन में एक साथ बैठे थे। यह हिंडन नदी मेट्रो स्टेशन के निकट है। पुलिस ने संदिग्ध आरोपियों की पहचान कांस्टेबल राकेश कुमार, दिगंबर कुमार (होम गार्ड) के तौर पर की है।
वारदात में एक अन्य अज्ञात व्यक्ति भी शामिल था। तीनों ने कथित तौर पर जोड़े को बंदी बना लिया और उन्हें लगभग तीन घंटे तक परेशान किया। तीनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 354 ए (1) (ii), 323, 504 और 342 के तहत मामला दर्ज किया गया है। महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि दोपहर के करीब 12 बजे थे जब तीन लोग पीआरवी पर आए और हमें धमकाने लगे। उन्होंने मेरे मंगेतर को थप्पड़ मारा और उनमें से एक ने हमें जाने देने के लिए 10 हजार रुपये की मांग की।
पीड़िता ने कहा है कि हमने उनसे हाथ जोड़कर अनुरोध किया और उनके पैर भी छुए लेकिन वे नहीं माने। राकेश कुमार ने बुरा व्यवहार किया और मुझे शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। तीसरे आदमी ने भी ₹5.5 लाख की मांग की... हमें वहां तीन घंटे तक रोके रखा गया। इस दौरान संदिग्धों ने मुझे बार-बार गलत तरीके से छुआ...।
महिला ने ऑनलाइन वॉलेट के माध्यम से 1000 रुपये का भुगतान किया तब जाकर आरोपियों ने उन्हें छोड़ा। आरोपियों ने उनका उत्पीड़न जारी रखा। एफआईआर में महिला ने कहा कि राकेश कुमार ने उसे 19 सितंबर को भी फोन किया था, जिसकी उसके पास कॉल रिकॉर्डिंग है। यह फोन तब आया था जब उनको पता चला कि उसने उनके खिलाफ शिकायत दी गई है। राकेश कुमार 22 सितंबर को पीड़िता के घर भी आए थे। पूछताछ के बाद गाजियाबाद पुलिस ने 28 सितंबर को एफआईआर दर्ज की और बताया कि तीनों संदिग्ध फरार हैं।
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