राजभवन के OSD, कर्मचारी और चपरासी से पूछताछ करेगी पुलिस, छेड़छाड़ केस में भेजा समन
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बंगाल। कोलकाता पुलिस ने राजभवन में छेड़छाड़ के मामले में तीन कर्मचारियों को तलब किया है. इसमें राज्यपाल के ओएसडी संदीप राजपूत का नाम भी शामिल है. सूत्रों के मुताबिक तीनों आरोपियों को कोलकाता के हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में जांच अधिकारी के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस पर लगाए गए छेड़छाड़ के आरोप के संबंध में एसएस राजपूत (राज्यपाल के ओएसडी), कुसुम छेत्री (कर्मचारी), संत लाल (राजभवन के चपरासी) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. आरोप के मुताबिक आरोपियों ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता महिला को गलत तरीके से रोककर राजभवन छोड़ने से रोका था.
कोलकाता पुलिस की विशेष जांच टीम के द्वारा बरामद सीसीटीवी फुटेज में उन्हें पीड़ित महिला को रोकते हुए देखा गया था. सीसीटीवी फुटेज में उनकी पहचान की गई, तभी से उनकी भूमिका कोलकाता पुलिस की जांच के दायरे में थी. कोलकाता पुलिस सूत्र ने कहा, शिकायतकर्ता पीड़िता का गोपनीय बयान भी कल मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किया गया है.
पुलिस के मुताबिक शिकायतकर्ता महिला को 2 मई को गलत तरीके से रोककर राजभवन छोड़ने से रोकने के लिए तीन अधिकारियों को एफआईआर में शामिल किया गया है. 2 मई को महिला ने राज्यपाल बोस पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था, जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने जांच शुरू की थी. संविधान के अनुच्छेद 361 के तहत, किसी राज्यपाल के खिलाफ उसके कार्यकाल के दौरान कोई आपराधिक कार्यवाही शुरू नहीं की जा सकती है.
आपको बता दें कि एक लोकप्रिय शास्त्रीय नृत्यांगना ने बोस के खिलाफ कथित यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी. नृत्यांगना की शिकायत के अनुसार, वह पिछले साल जून में एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नई दिल्ली गई थीं और उस समय वह एक पांच सितारा होटल में रुकी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने होटल में उसका यौन उत्पीड़न किया.