बंगाल। पश्चिम बंगाल पुलिस ने कोलकाता के साल्ट लेक में शिक्षा बोर्ड के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे टीईटी 2014 पास अभ्यर्थियों को जबरन उठा दिया गया. इस दौरान पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है. इसको लेकर बीजेपी ममता सरकार पर हमलावर है.
कोलकाता में शिक्षा बोर्ड के बाहर ये आंदोलनकारी अभ्यर्थी बीते कई दिनों से सीधी भर्ती की अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे. उन्होंने ममता सरकार पर भ्रष्टाचार और अयोग्य उम्मीदवारों को प्राथमिकता देने का भी आरोप लगाया था. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने आठ साल पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) के लिए क्वालीफाई किया था, लेकिन वे साक्षात्कार के दो सेटों को पार करने में असफल रहे.
वहीं प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर बीजेपी ने ममता सरकार पर हमला बोला है. पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि मौजूदा हालात चिंतानजक हैं. उन्होंने कहा कि राज्य प्राथमिक शिक्षा बोर्ड कार्यालय के बाहर धरने परे बैठे प्रदर्शनकारियों को जबरन उठाने के लिए बल प्रयोग किया. ये पश्चिम बंगाल है या हिटलर का जर्मनी?
प्रदर्शनकारियों पर पुलिसिया कार्रवाई को लेकर बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने भी ममता बनर्जी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, "दीदी के खेला होबे का आज नया मतलब निकला जब पुलिस ने टीईटी 2014 पास छात्रों पर बल प्रयोग करके उन्हें हिरासत में लेना शुरू कर दिया. जो अपनी जायज मांगों के लिए राज्य सरकार का विरोध कर रहे थे. इस टीएमसी सरकार में युवाओं का कोई भविष्य नहीं है. इस सरकार को जाना चाहिए."बीजेपी कीप्रियंका टिबरेवाल राज्य सचिव प्रियंका टिबरेवाल ने राज्य सरकार पर अपना क्रूर चेहरा दिखाने का आरोप लगाया. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए प्रियंका ने कहा कि ये सरकार इंसानियत से कोसों दूर है. इस सरकार का क्रूर चेहरा सबको दिखाई दे रहा है. प्रियंका ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री होने के नाते अगर किसी महिला के साथ ऐसा होता है तो ममता बनर्जी को मर जाना चाहिए.