तिरुवनंतपुरम: केरल के पलक्कड़ में 24 घंटे से भी कम समय में दो राजनीतिक हत्याएं हुई हैं, जिससे कई इलाकों में तनाव बसर गया है। पुलिस ने जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी और 50 से अधिक लोगों को एहतियातन हिरासत में ले लिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय साखरे जिले में डेरा डाले हुए हैं और आगे की झड़पों को रोकने के लिए और बल भेजे गए हैं।
जिले के बिजली मंत्री के कृष्णनकुट्टी ने कहा कि क्रूर हत्या किसी भी राजनीति का हिस्सा नहीं है। हम पलक्कड़ में सांप्रदायिक दंगों की अनुमति नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि जिले में अमन-चैन कायम रखने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
सबसे पहले मारे गए पी सुबैर (43) सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के एलापल्ली क्षेत्र से सचिव थे। घटना के वक्त वह अपने पिता के साथ मोटर बाइक पर यात्रा कर रहे थे, उनके वाहन को एक कार ने टक्कर मार दी। जब दोनों नीचे गिर गए तो हमलावरों ने उन पर चाकू से कई बार हमला किया। अस्पताल ले जाते समय उनकी मृत्यु हो गई। एसडीपीआई नेताओं ने तुरंत हत्या के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को जिम्मेदार ठहराया है।
24 घंटे से भी कम समय में एसडीपीआई ने आरएसएस के पूर्व शारिक शिक्षा प्रमुख के श्रीनिवासन की हत्या करके जवाबी कार्रवाई की। संघ परिवार के गढ़ मेलमुरी में उनकी दुकान पर उन पर हमला किया गया। पुलिस ने कहा कि नकाबपोश हमलावर तीन मोटरसाइकिलों पर आए और उनकी दुकान में घुस गए और उन्हें बार-बार चाकू मार दिया। बाद में उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
जिला पुलिस प्रमुख आर विश्वनाद ने कहा कि सुबैर की हत्या के सिलसिले में आरएसएस के चार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया और श्रीनिवासन की हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक की पहचान कर ली गई। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के 50 से अधिक लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है और निषेधाज्ञा (धारा 144) बुधवार तक लागू रहेगी।