भोपाल: मध्य प्रदेश के हिंसा प्रभावित खरगोन में भले ही अब स्थिति सामान्य दिख रही हो, लेकिन यहां के लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। यहां कई शादियां टूट गई हैं, क्योंकि लोग दंगा प्रभावित क्षेत्रों में अपनी बेटियों की शादी करने से इनकार कर रहे हैं। संजय नगर बस्ती के लोग अभी भी हिंसा की मार झेल रहे हैं। भीड़ ने न केवल उनके घरों को जलाकर राख कर दिया, बल्कि उनके भविष्य को भी मुश्किलों से भरा बना दिया।
स्थानीय निवासी महेश पाटिल ने कहा कि दंगों के कारण उनके बेटे की शादी रद्द हो गई। उनके बेटे की शादी दो महीने बाद होनी थी, लेकिन दंगों के बाद दुल्हन पक्ष ने अपनी बेटी को यहां भेजने से मना कर दिया है। महेश पाटिल के बेटे नानूराम पाटिल की शादी छह महीने पहले तय हुई थी, लेकिन उनकी शादी को उनके ससुराल वालों ने यह कहते हुए रद्द कर दिया कि ऐसी घटनाएं अक्सर यहां होती हैं।
लक्ष्मी की शादी 14 अप्रैल को होनी थी, जिसे टाल दिया गया है। उन्होंने बताया, "राम नवमी पर हमारे गांव में हिंसा हुई। हमने दंगाइयों को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं रुके और हमारे घर को लूट लिया। मेरा घर उपहार और शादी के अन्य सभी जरूरी सामानों से भरा हुआ था। सभी रिश्तेदार मेरी शादी के लिए यहां आए थे, लेकिन अब हिंसा के कारण इसे स्थगित कर दिया गया है। दंगाइयों ने कई घरों में लूटपाट की और आग भी लगा दी।"
वहीं, रामनवमी पर खरगोन में हिंसा के बाद भोपाल पुलिस शनिवार को हनुमान जयंती के जुलूस को लेकर हाई अलर्ट पर है। पुलिस टीम शांतिपूर्ण उत्सव सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन से इसकी निगरानी करेगी। पुलिस कमीश्नर मकरंद देवस्कर ने कहा कि ड्रोन के अलावा पुलिस विभाग ने जुलूस पर नजर रखने के लिए एक बड़ा पुलिस बल तैनात किया है।
पुलिस कमीश्नर ने कहा, "जुलूस को देखते हुए हमने इसकी व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात किया है। अतिरिक्त वीडियो कैमरों और ड्रोन के माध्यम से भी निगरानी की जाएगी। इसके अलावा सादे कपड़ों में एक पुलिस बल भी तैनात किया जाएगा, जो उपद्रवियों पर नजर रखेगा। विभाग ने पिछले कई दिनों में विभिन्न स्थानों पर बैठकें की, जिसके नतीजे दिख रहे हैं। मुझे विश्वास है कि शनिवार का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जाएगा।"