लखनऊ के मोहनलालगंज में शुक्रवार रात शादी समारोह से लौट रहे पिता-पुत्र की स्कूटी में नगराम थाने की जीप ने टक्कर मार दी। हादसे में रौनक पांडेय (17) की मौत हो गई। मृतक के पिता अजय पांडेय की हालत नाजुक बनी हुई है। हादसे के वक्त मौजूद रहे रौनक के चाचा ने पुलिसकर्मियों पर शराब के नशे में धुत होने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर मोहनलालगंज ने तेज रफ्तार ट्रक से बचने के दौरान हादसा होने का दावा किया है। वहीं, देर शाम मनी माउंटा कॉम्पलेक्स के पास शव रख कर प्रदर्शन किया गया। करीब तीन घंटे तक चले हंगामे के बीच एसडीएम सरोजनीनगर मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिवार को 50 हजार आर्थिक मदद दी। प्रदर्शन के कारण यातयात व्यवस्था भी प्रभावित हुई थी।
ड्राइवर पर नशे में होने का आरोप
सरस्वतीपुरम निवासी अजय पांडेय की मनी माउंटा मार्केट में बर्तन की दुकान है। परिवार में पत्नी शोभा, बेटी पलक, अजीता और बेटा रौनक था। शुक्रवार को अजय बेटे को साथ लेकर मोहनलालगंज स्थित सत्य शिव रिसॉर्ट गए थे। जहां शादी समारोह में शामिल होने के बाद दोनों स्कूटी से लौट रहे थे। उनके साथ भाई संजय पांडेय भी थे। नंदिनी ढाबे के पास पहुंच कर संजय घर जाने के लिए ऑटो करने के लिए रुके थे। वह सड़क पार करके ऑटो तलाश रहे थे। रौनक और अजय स्कूटी के पास खड़े थे।
संजय के मुताबिक उनके सामने ही तेज रफ्तार पुलिस जीप ने स्कूटर में टक्कर मार दी। हादसे में रौनक और अजय बुरी तरह से घायल हो गए थे। संजय का दावा है कि जीप ड्राइवर ने शराब पी रखी थी। उसके साथ जीप में दरोगा समेत अन्य पुलिस कर्मी भी थे। संजय ने यह भी बताया कि टक्कर होने से दरोगा के सिर में भी चोट लगी थी। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस ने घायलों को पहले सीएचसी भेजा था। जहां से रौनक और अजय को ट्रामा सेंटर भेजा गया था, शनिवार सुबह रौनक की मौत हो गई।
शिकायत की तो भिजवा देंगे जेल
संजय के मुताबिक हादसे के बाद पुलिसवालों ने उन्हें शिकायत नहीं करने की हिदायत दी थी। उन्होंने अपनी तहरीर में लिखा है कि पुलिसवालों ने कहा था कि अगर तुमने कोई कार्रवाई की तो मुकदमा लिखवा कर जेल भिजवा देंगे। ऐसे में वह काफी डर गए थे। भाई और भतीजा घायल थे। इसलिए पहले इलाज कराने को लेकर वह चिंतित थे। सुबह ट्रॉमा में भतीजे की मौत होने से वह पूरी तरह से टूट गए थे। उन्होंने मोहनलालगंज इंस्पेक्टर को संबोधित करते हुए तहरीर भी दी है
ट्रक ने मारी थी जीप में टक्कर
इंस्पेक्टर मोहनलालगंज अखिलेश कुमार मिश्र के मुताबिक नगराम थाने की जीप जोनल चेकिंग के लिए गई थी। रात को पुलिसकर्मी वापस थाने लौट रहे थे। उसी दौरान नंदिनी ढाबे के पास तेज रफ्तार ट्रक ने जीप में टक्कर मार दी थी। जिसके कारण अनियंत्रित जीप की टक्कर स्कूटी सवार रौनक और उसके पिता अजय को लग गई थी। इंस्पेक्टर के मुताबिक हादसे का पता चलते ही घायलों को अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन रौनक को गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गई।
पुलिस को सामने देख फूटा गुस्सा
पोस्टमार्टम कराने के बाद रौनक के शव को सरस्वतीपुरम स्थित घर लाया गया था। दर्दनाक हादसे की खबर मिलने पर रिश्तेदार और पड़ोसी सांत्वना देने आए थे। जिन्होंने स्कूटर में टक्कर मारने वाले आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की थी। भीड़ जुटने की सूचना पर पीजीआई पुलिस पहुंची थी। दरोगा ने परिवार वालों को समझाने का प्रयास किया। उनके शब्द सुनते ही रौनक की बहनों का सब्र जवाब दे गया। वह आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी करने की मांग पर अड़ गई। जिस पर दरोगा ने तहरीर के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है।
व्यापारी ने 20 लाख का मुआवजा मांगा
बर्तन व्यापारी के बेटे संग हुए दर्दनाक हादसे से पीजीआई व्यापारी संघ के पदाधिकारी आक्रोशित थे। मनी माउंटा कॉम्पलेक्स के पास शव रख कर प्रदर्शन के दौरान पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की गई। उनका तर्क था कि पुलिसकर्मियों की लापरवाही से रौनक की मौत हुई है। पिता घायल हैं। परिवार में दो बेटियां हैं। ऐसे में बीस लाख का मुआवाज दिया जाना चाहिए। साथ ही हादसे के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। एसडीएम सरोजीनगर के मुताबिक मुख्यमंत्री सहायता कोष से परिवार को आर्थिक मदद दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही ट्रामा सेंटर में भर्ती व्यापारी अजय पांडेय के इलाज का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी।