पुलिस ने किया देवेंद्र फडणवीस का स्टेटमेंट रिकॉर्ड, 2 घंटे तक की पूछताछ

Update: 2022-03-13 08:52 GMT

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के विधानसभा में विपक्षी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया गया है. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) आज (रविवार, 13 मार्च) को उनका स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने के लिए उनके मालाबार हिल स्थित सागर बंगले पर पहुंची. पूछताछ बारह बजे से दो बजे तक चली. उनपर पुलिस पोस्टिंग से जुड़ी गुप्त जानकारियों को लीक करने का आरोप है. डीसीपी हेमराज सिंह राजपूत और एसीपी नितिन जाधव के नेतृत्व में मुंबई पुलिस की टीम उनके घर 12 बजे पहुंची. मुंबई पुलिस की टीम 12 बजे से ही ट्रांसफर पोस्टिंग के घोटाले और रश्मि शुक्ला फोन टेपिंग से जुड़े मामलों को लेकर उनसे पूछताछ की गई.इस बीच विधानपरिषद में विपक्षी नेता प्रवीण दरेकर समेत कई बीजेपी के नेता फडणवीस के घर पर मौजूद रहे. इस पूछताछ के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए आज गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने कहा कि उनकी जानकारी में गुप्त जानकारियां लीक करने का विपक्षी नेता को विशेषाधिकार नहीं है. फिर भी वे इस बारे में और जानकारियां हासिल करेंगे.

प्राप्त जानकारियों के मुताबिक देवेंद्र फडणवीस से अब तक चार अहम सवाल पूछे गए. उनसे पूछा गया है कि उन्हें ऑफिशियल सीक्रेट ऐक्ट, भारतीय टेलिग्राफ ऐक्ट के तहत आने वाली और राज्य के एसआईटी विभाग से जुड़ी गुप्त जानकारियां कैसे मिलीं. दूसरा सवाल उनसे पूछा गया है कि जो जानकारियां ऑफिशियल सीक्रेट्स ऐक्ट के तहत नहीं आतीं, वो उन्हें कहां से मिली. तीसरा सवाल उनसे पूछा गया है कि ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले मे दलाली के आरोप वाली जो जानकारियां उन्होंने केंद्रीय गृहसचिव को सौंपी है, उनमें क्या डिटेल्स हैं. चौथा सवाल उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें सीएम और गृहमंत्री होने के नाते इस बात की जानकारी थी कि आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला कुछ लोगों के फोन टेपिंग करवा रही हैं.

इस पूरे मामले पर बोलते हुए गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटील ने आज मीडिया को दिए अपने बयान में यह साफ किया कि मुंबई पुलिस ने उन्हें कोई समन नहीं दिया है. उन्हे नोटिस भेजा है. उनसे पूछा जा रहा है कि ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत आने वाली और एसआईटी से जुड़ी जानकारियां लीक कैसे हो गई? यह शिकायत पांच मामले से जुड़ी है.अब तक उन्हें छह नोटिस भेजे गए हैं. इस मामले में अब तक 24 लोगों के स्टेटमेंट रिकॉर्ड किए गए हैं. 26 मार्च 2021 को मुंबई साइबर पुलिस को यह शिकायत दर्ज की गई. इस पूरे मामले में भारतीय टेलिग्राफ ऐक्ट, ऑफिशियल सीक्रेट्स ऐक्ट के तहत पांच अनजान लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है. जहां तक मेरी जानकारी है, गुप्त जानकारियां लीक करने का विपक्षी नेता को कोई विशेषाधिकार नहीं है. फिर भी मैं इस बारे में और पता करूंगा.


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