जम्मू -कश्मीर। बिलावर मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर धरालता गांव में एक व्यक्ति ने गर्भवती पत्नी की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। आरोपी मोहन लाल पुलिस विभाग में एसपीओ है, जो वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया है। घटना से गुस्साए महिला के परिजनों ने ससुराल पहुंचकर मकान के भीतर रखे सामान को आग लगा दी। पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने स्थिति संभाली। वहीं, पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने मृतका आशा देवी का ससुराल के आंगन में अंतिम संस्कार कर दिया।
हत्याकांड मामले की जांच के लिए पुलिस ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (सिट) का गठन कर दिया है। आरोपी के आरोपी के माता पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि एसपीओ मोहन लाल की कठुआ में तैनाती है और दो दिन की छुट्टी लेकर घर गया हुआ था।
महिला के परिजनों के अनुसार दोनों के बीच अनबन चल रही थी। जिस वजह से मोहन लाल ने बुधवार सुबह आठ बजे के लगभग आंगन के नजदीक कपड़े धो रही अपनी पत्नी के चेहरे पर कुल्हाड़ी से वार कर मौत के घाट उतार दिया। मोहल्ले के लोगों से जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
उधर, महिला के मायके वालों को जब इसकी जानकारी लगी तो बड़ी संख्या में लोग धरालता गांव में पहुंच गए जिसके बाद लोगों ने आरोपी के घर में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। पुलिस और अर्ध सैनिक बल के जवानों ने स्थिति को काबू में किया। उपजिला अस्पताल बिलावर में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। गुस्साए परिजनों ने मृतका के ससुराल के आंगन में ही उसका दाह संस्कार किया।
क्या मालूम था, कि इस बार की सुलह उसकी जान ले लेगी
मृतका के पिता देवराज ने अपनी 32 वर्षीय बेटी के कातिल को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि कई वर्षों से पुलिस में तैनात उनका दामाद मोहन लाल उनकी बेटी से मारपीट करता था और इसी संदर्भ में वुमन सेल कठुआ और पंचायत स्तर पर भी दंपती के बीच फैसले करवाए जा चुके थे। लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि इस बार जिस सुलह पर वो अपनी बेटी को फिर से ससुराल भेज रहे हैं, उसका पति उसकी जान ले लेगा।
छह वर्ष पूर्व हुई शादी दो बेटियां रह गईं पीछे
बनहोड़ की बेटी आशा की छह वर्ष पूर्व शादी मोहन लाल के साथ हुई थी। बड़े ही चाव के साथ परिजनों ने अपनी बेटी को नए घर में सुख के साथ बसने का आशीर्वाद देकर विदा किया। मृतका के परिजनों के अनुसार दो साल पहले दोनों के बीच घरेलू विवाद शुरू हो गया। आरोप है कि मोहन लाल अक्सर आशा के साथ मारपीट करता था। यही वजह थी कि आशा ने इसकी शिकायत महिला पुलिस थाने कठुआ और पंचायत स्तर पर भी की थी। कुछ महीने पहले ही दोनों में सुलह करवाकर मृतका के परिजनों ने बेटी को ससुराल भेज दिया था। आशा देवी और मोहन लाल की दो बेटियां भी हैं। एक बेटी पांच वर्षीय और दूसरी तीन साल की है।
हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। आरोपी एसपीओ दो दिन की छुट्टी लेकर घर गया हुआ था। हत्या की वजह के पीछे की जांच जारी है, लेकिन प्राथमिक जांच में पता चला है कि दोनों के बीच बनती नहीं थी। जल्द ही आरोपी पुलिस गिरफ्त में होगा। - रोमेश चंद्र कोतवाल, एसएसपी कठुआ