पुलिस के फूले हाथ-पांव, इस मामले के सामने आने के बाद मचा हड़कंप

दोस्त ने परिजन को जानकारी दी.

Update: 2024-08-28 07:06 GMT
सांकेतिक तस्वीर
महराजगंज: यूपी के महराजगंज जिले के रहने वाले एक युवक को रविवार की रात गोरखपुर के गीडा थाने के नौसढ़ चौकी की पुलिस पकड़कर अपने साथ ले गई। उसके बाद से ही युवक लापता हो गया। अनहोनी की आशंका जताते हुए परिवारीजनों ने पुलिसवालों को कठघरे में खड़ा किया है। जबकि पुलिसवालों का कहना है कि युवक को रात में बाघागाड़ा के पास ढाबे पर छोड़ दिया गया था। फिलहाल युवक का पिछले दो दिन से कोई सुराग नहीं है। पुलिसवाले अब पूरे इलाके के सीसी कैमरों को खंगाला रहे हैं।
महराजगंज जिले के कोल्हुई थाना क्षेत्र के महुआरी गांव के टोला महम्मदगढ़ निवासी विनोद मुम्बई में काम करता है। उसके पिता का निधन हो गया था वह अपने गांव आया था। 20 अगस्त को पिता की तेरहवीं होने के बाद वह 25 अगस्त को मुम्बई जाने के लिए अपने गांव के ही दो युवकों महेन्द्र और विजय यादव के साथ निकला था। ट्रेन में भीड़ ज्यादा होने पर विनोद और उसके साथियों ने ट्रेन छोड़ दी। रात में विनोद एकला बाजार स्थित अपने ननिहाल जाने के लिए दोस्तों के साथ निकला। बताया जा रहा है कि उन्होंने रास्ते में शराब पी। एकला चौराहे पर ही उन्हें रात के 11 बज गए। इस बीच दो पुलिसवालों ने तीनों को रोका और इतनी रात में घूमने पर टोका।
विनोद ने उनसे बताया कि पूर्व प्रधान उसके मामा है वह उन्हीं के घर जा रहा है। बकौल दोस्त, पुलिसवालों ने लाठी से मारते हुए कहा कि इतनी रात को घूमा मत करो। पुलिसवालों के इस तरह से मारने पर विनोद ने उनका विरोध किया। दोस्तों ने बताया कि विनोद के प्रतिकार करने पर पुलिसवाले उसे अपने साथ थाने ले जाने की बात कहकर बाइक पर बैठाकर निकले। इस दौरान उसका बैग और मोबाइल उसके दोस्तों को दे दिया। दोनों दोस्त ने विनोद के घरवालों को इसकी जानकारी दी। सोमवार को उसके मामा अमरनाथ पासवान, अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व प्रदेश संयोजक महेन्द्र मोहन उर्फ गुड्डू के साथ नौसढ़ चौकी पर पहुंचे। महेन्द्र मोहन ने बताया कि उन्होंने गीडा थानेदार से फोन पर बात की वह भी चौकी पर आए और उन्हें पूरी घटना की जानकारी दी गई।
थानेदार और चौकी इंचार्ज से विनोद के दोनों दोस्तों ने रविवार रात हुई घटना की सिलसिलेवार जानकारी दी। यही नहीं, मौके पर मौजूद उन पुलिसवालों को भी पहचान लिया जो विनोद को लेकर आए थे। मामा अमरनाथ पासवान ने बताया कि पुलिसवालों ने विनोद को बाघागाड़ा पुल के पास यादव ढाबा पर रात में ही छोड़ने की बात कही थी। फिलहाल पुलिसवालों ने विनोद की तलाश शुरू करने का दावा किया। हालांकि अभी तक उसका कुछ पता नहीं चल पाया है। परिवारजन अनहोनी की आशंका जता रहे हैं।
विनोद घर से पांच हजार रुपये लेकर निकला था। पुलिसवालों ने उसका बैग और मोबाइल उसके दोस्तों को दे दिया था। पुलिसवालों की माने तो उन्होंने विनोद को ढाबा पर छोड़ा था। जबकि उसके मामा का कहना है कि ढाबे से ननिहाल की दूरी एक किमी से भी कम है। ऐसे में अगर ढाबे पर उसे पुलिसवालों ने छोड़ा होता तो वह वहां से अपने ननिहाल ही आता। वहीं मोबाइल उसके पास न होने से कई तरह की अनहोनी घरवालों को होने लगी है। उधर, पुलिस उसके मुम्बई जाने की भी आशंका जता रही है हालांकि सवाल यह भी है कि जब वह दो साथियों के साथ मुम्बई के लिए निकला था तो फिर अकेले कैसे चला गया होगा। फिलहाल मुम्बई पहुंचने में तीन दिन लगते हैं ऐसे में पुलिस ने वहां भी सम्पर्क किया है जहां वह काम करता है। वहां पहुंचते ही सूचना देने को कहा गया है।
मंगलवार को पुलिस ने पूरे इलाके की सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू हो गई। दो दिन से लापता विनोद की तलाश में गोरखपुर के साथ ही महराजगंज की पुलिस भी सक्रिय हो गई। उसने भी कई स्थानों पर दबिश देते हुए जांच तेज कर दी है।
विनोद के परिवारीजनों ने सोमवार सुबह ही पुलिस को सूचना दी थी। तब थानेदार और चौकी इंचार्ज ने उन्हें कहा था कि जल्द ही विनोद को तलाश लिया जाएगा। मंगलवार तक जब पता नहीं चला तब एक बार फिर घरवाले सक्रिय हुए, जब अफसरों को जानकारी हुई तब हड़कंप मचा।
एसपी नार्थ जितेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव ने बताया कि विनोद के लापता होने की खबर के बाद से उसकी हर संभावित जगहों पर तलाश की जा रही है। एकला बाजार चौराहे के साथ ही बाघागाड़ा ढाबा और आसपास लगे सीसी टीवी कैमरों की जांच की जा रही है। वह मुम्बई जाने के लिए घर से निकला था। जहां वह काम करता था वहां भी संपर्क किया गया है। जल्द ही विनोद के बारे में जानकारी कर उसे बरामद कर लिया जाएगा।
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