पुलिस कांस्टेबल का शव रेल पटरी पर मिला, सुसाइड या हत्या जांच जारी?
डॉक्टर का बयान
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड के बॉडीगार्ड रहे एक पुलिस कांस्टेबल का शव रेलवे ट्रैक पर मिला है. वैभव कदम नाम के कांस्टेबल का शव बुधवार को ठाणे जिले के तलोजा में रेल पटरी पर मिला. एक अधिकारी ने बताया कि वैभव कदम पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता जितेंद्र आव्हाड के बॉडीगार्ड थे. डॉक्टरों की टीम ने पुलिस कांस्टेबल कदम के शव का पोस्टमॉर्टम किया.
ठाणे के सिविल सर्जन डॉ. कैलाश पवार ने मीडिया को बताया कि डॉक्टरों की टीम ने पूरी तरह से क्षत-विक्षत शरीर का पोस्टमॉर्टम किया और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई. पवार ने कहा, 'यह एक ऐसा मामला है जहां पीड़ित को एक तेज रफ्तार ट्रेन ने टक्कर मार दी थी और मृतक के शरीर के कई टुकड़े हो गए. यह मल्टी-ट्रॉमा का मामला है. हमें शरीर पर चोटों के कोई निशान नहीं मिले हैं.' सिविल सर्जन ने आगे बताया कि विसरा (आंतरिक अंग) को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. ठाणे जीआरपी के इंस्पेक्टर पंधारी कंधे ने कहा कि अब तक आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है. उन्होंने कहा कि पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
2020 में जितेंद्र आव्हाड के बंगले में अनंत करमुसे नाम के इंजीनियर की पिटाई कर दी गई थी और कदम भी उस मामले के आरोपियों में से एक था. पुलिस ने घटना के 6 माह बाद कदम सहित 3 पुलिसकर्मियों को अरेस्ट किया था और बाद में तीनों को जमानत मिल गई थी. अनंत करमुसे ने आरोप लगाया था कि उन्हें जितेंद्र आव्हाड के लोगों ने किडनैप किया था. इसके बाद उन्हें जितेंद्र आव्हाड के बंगले पर ले जाया गया. जहां उनके साथ मारपीट की गई. करमुसे ने जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इसी के आधार पर आव्हाड को गिरफ्तार किया गया था. अनंत करमुसे ने आरोप लगाया था कि उसे आव्हाड की मौजूदगी में उन्हीं के लोगों ने बुरी तरह से पीटा. करमुसे का कहना था कि उसने सोशल मीडिया पर आव्हाड के खिलाफ पोस्ट की थी. इसे लेकर आव्हाड नाराज थे.