पूर्व सैन्यकर्मी को पुलिस ने दबोचा, पार्कों में करता था ये गलत काम
एक पार्क में दोस्त के साथ युवती बैठी हुई थी।
नई दिल्ली: हरियाणा सरकार के कुश्ती कोच और भारतीय सेना के पूर्व सैन्यकर्मी को द्वारका जिला पुलिस ने पार्क में छात्रा से यौन शोषण और अवैध वसूली करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी 38 वर्षीय राजेश कुमार पुलिसकर्मी बनकर पार्को के पास चक्कर लगाता था। वारदात के एक सप्ताह बाद पुलिस ने नजफगढ़ निवासी राजेश को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त शंकर चौधरी ने बताया कि 28 जनवरी को द्वारका सेक्टर 23 के एक पार्क में दोस्त के साथ युवती बैठी हुई थी। उसी दौरान खाकी वर्दी पहने हुए एक शख्स वहां आया उसने खुद को द्वारका सेक्टर-23 थाने का पुलिसकर्मी बताया उसने यहां पर दोनों के बैठने की वजह पूछते हुए उन्हें धमकाया उन्हें थाने ले जाने की धमकी देकर रुपये मांगे। विरोध करने पर उसने युवती के दोस्त को पीटा और उसे रुपये लाने भेज दिया।
इसके बाद आरोपी ने छात्रा को धमकाया कि थाने ले जाने पर सभी पुलिसकर्मी उसके साथ दुष्कर्म करेंगे। उस पर दबाव बनाकर आरोपी ने उसके साथ यौन शोषण किया। उनसे आरोपी ने 5 हजार रुपये भी लूटे थे। वारदात के बारे में पीड़िता ने 29 जनवरी को अपनी मां को बताया इसके बाद उसके पिता को पूरे मामले की जानकारी दी गई। पुलिस ने फरवरी माह के पहले सप्ताह में इस घटना को लेकर एफआईआर दर्ज की थी।
केस दर्ज होने के बाद पुलिस की 20 टीमों को मामले की छानबीन में लगाया गया। इस बीच कई सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया, जिसमें एक अर्टिगा कार दिखाई दी। जिसकी मदद से पुलिस ने तफ्तीश कर आरोपी के बारे में जानकारी जुटाई और उसे धर दबोचा। इसके कब्जे से आर्टिंगा कार, खाकी पेंट और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। फिलहाल पुलिस आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड खंगालने के साथ ही उससे पूछताछ कर यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि क्या यह उसका पहला अपराध था या अब से पहले वह ऐसी और कितनी घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी के पास पहले दूसरी कार थी। करीब एक साल पहले दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल ने उसे संदिग्ध स्थिति में पार्क के बाहर घुमते हुए पकड़ा था। आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह अक्सर लड़कियों को अपना शिकार बनाने के लिए सुनसान इलाके में बने पार्को के बाहर घुमता था। एक साल पहले कांस्टेबल ने आरोपी के डीएल और गाड़ी की आरसी की फोटो खिंची थी। इन्हीं फोटो की मदद से आरोपी को पकड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली।