2 महिला समेत 5 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, था फर्जी फाइनेंस ऑफिस
अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है.
नई दिल्ली: बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में पुलिस ने साइबर अपराध (Cyber crime) के जरिए लोगों की कमाई पर डाका डालने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. वहीं, पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने इस मामले सरगना समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. जो कि ये आरोपी एक साल से लोन दिलाने के नाम पर देश के कई इलाकों के सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है. हालांकि, आरोपियों के कब्जे से बरामद बाइक चोरी की पाई गई है. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
दरअसल, इस मामले में दो युवतियां भी शामिल हैं, जबकि दो सहोदर भाई हैं. इस दौरान पकड़े गए युवक का नाम गुलशन है, जो कि इस गिरोह का सरगना है. हालांकि इस मामले में आरोपी का भाई भी इस वारदात में शामिल था. वहीं, ये दोनों नालंदा जिले के कतरीसराय थाना क्षेत्र कतरडीह गांव के रहने वाले हैं. जबकि तीसरा आरोपी सरल सुमन शेखर उर्फ कुणाल कुमार कतरडीह का ही रहने वाला है, जबकि पकड़ी गई दो युवतियों में स्मिता कुमारी चेनारी रोहतास व नेहा रानी गांधी चौक छपरा की रहनेवाली हैं .
बता दें कि पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में शातिरों ने कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए हैं. इस दौरान इनके तार बिहार समेत दिल्ली, मुंबई, गुजरात, मणिपुर, झारखंड जैसे कई प्रांतों से जुड़े हुए हैं. शातिर हर दिन कम से कम 1 लाख रुपये दूसरों के खातों से उड़ाते थे. वहीं, पुलिस अधिकारी के मुताबिक, टीम ने सबसे पहले गिरोह के सरगना गुलशन कुमार व सरल सुमन शेखर को पकड़ा. हालांकि, इस दौरान उनकी निशानदेही पर अन्य 3 आरोपी भी को पकड़े गए है. फिलहाल आरोपियों के पास से बरामद बाइक चोरी की पाई गई है.
गौरतलब है ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिए गिरोह के सरगना गुलशन कुमार की ओर से कंकड़बाग में 2 BHK का एक फ्लैट लिया गया था. हालांकि , इसी फ्लैट में बजाज फाइनांस के नाम पर खोले गए फर्जी ऑफिस की आड़ में ठगी करने का काम किया जा रहा था. ऐसे में फ्लैट का किराया हर महीने 35 हजार रुपए था. ऐसे में किसी को शक न हो, इसके लिए ही फर्जी फाइनांस ऑफिस खोला गया था. वहीं, लोन लेने के लिए आने वाले लोगों की फोटो, आधार व पैन कार्ड सहित अन्य दस्तावेज रखकर ये शातिर फर्जीवाड़ा किया करते थे.
इस मामले में पकड़े गए आरोपितों के कब्जे से शराब की बोतल पाई गई है. वहीं, इस आरोप में पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ अलग से केस दर्ज किया गया है. हालांकि इस दौरान आरोपियों के पास से 1 लाख रुपए कैश, एक बाइक, 12 मोबाइल, ऑफिस में मौजूद कुर्सी टेबिल, साथ ही कई बैंकों के 5 डेविड कार्ड, रुपए ओर ATM कार्ड, एक प्रिंटर, रिच एंड रेयर व्हिस्की शराब बोतल बरामद की गई है.