मंगला आरती का टिकट बेच रहे कर्मचारी समेत 4 को पुलिस ने पकड़ा
जानिए क्या है पूरा मामला
वाराणसी। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर में फर्जी टिकट पर दर्शन कराने का मामला सामने आया है। इस मामले में चौक पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार लोगों में मंदिर प्रशासन से जुड़ा एक कर्मचारी भी शामिल है है। मिली जानकारी के अनुसार 500 से 800 रुपये में आरती और सुलभ दर्शन के फर्जी टिकट श्रद्धालुओं को दिए गए थे। इस मामले में एडिशनल सीपी संतोष सिंह ने बताया कि एक शिकायत आई थी। जिसमें काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती के टिकट की जो बुकिंग होती है, उसे एडिट कर के 15 टिकट बुक किये गए थे, जिसमें 4 टिकट पकड़े गए। वहीं इस प्रकरण की जब जानकारी हुई और इसकी जांच कराई गई, तब वहीं मंदिर में काम करने वाल एक कर्मचारी जिसका नाम शुभम पांडेय है समेत 3 लोग और गिरफ्तार किए गए है।
इन चारों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने आगे बताया कि पकड़े गए चारों अभियुक्तों का कहना है कि इन्होंने शुरुआत की और टिकट को एटिड किया। जो टिकट वहां से नहीं कटे, जिनकी बुकिंग नहीं हुई, उन्हीं को एडिट करके नकली टिकट के रुप में इन्होंने कुछ ऐसे ग्राहकों को जिन्हें इस टिकट के बारे में जानकारी नहीं थी, उन्हें टिकट एडिट कर दे दिया। वहीं जब ये लोग मंगला आरती करने मंदिर में पहुंचे और जब टिकट की जींच हुई तो वो फर्जी पाया गया। बता दें कि, बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती दिन की सर्वप्रथम आरती है और यह प्रातः 3 बजे से 4 बजे के बीच संपन्न की जाती है। यह काशी विश्वनाथ मंदिर के सबसे प्रमुख आकर्षणों में एक है, क्योंकि इस आरती में भाग लेने वाले सभी भक्तजनों को आराध्य के समीप जाकर पूजा करने की अनुमति दी जाती है।