नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने बच्चों की शरारत को धार्मिक रंग देने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने पुलिस को फोन कर शिकायत की थी कि मुस्लिमों की भीड़ ने उसके इलाके में वाहनों में तोड़फोड़ की है. हालांकि, जांच के बाद ये आरोप गलत साबित हुए और पुलिस ने शिकायत करने वाले शख्स के खिलाफ ही एक्शन ले लिया.
घटना बुधवार सुबह की है. पुलिस के मुताबिक उन्हें सुबह 6.15 बजे पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी से फोन आया. कॉल करने वाले शिव कुमार (48) ने पुलिस से कहा कि महेंद्र पार्क के पास कुछ मुस्लिम लड़कों ने गाड़ियों के कांच फोड़ दिए हैं. कॉल आने के कुछ देर बाद ही पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंच गई. घटनास्थल पर काफी भीड़ जमा थी. जांच करने पर पुलिस को 2 कारों के पिछले शीशे टूटे मिले.
उत्तर पश्चिमी दिल्ली की डिप्टी कमिश्नर ऊषा रंगनानी ने बताया कि शिकायत करने वाला शिव कुमार बिना तथ्यों की जांच किए इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहा था. वह मौके पर इकट्ठा भीड़ को उकसाने की कोशिश भी कर रहा था.
DCP के मुताबिक पुलिस ने CCTV फुटेज खंगाले. जांच में कारों के शीशे फोड़ने वाले 3 आरोपियों की पहचान हुई. लेकिन तीनों नाबालिग निकले. आरोपियों की पड़ताल करने पर पता चला कि उनमें से कोई भी मुस्लिम नहीं था. उनके खिलाफ IPC की धारा 427 के तहत कार्रवाई की गई.
पुलिस कमिश्नर रंगनानी ने कहा कि जहांगीरपुरी क्षेत्र में हाल ही में हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए शिकायत करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की गई. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया गया. रंगनानी ने बताया कि शिकायतकर्ता लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहा था, इसलिए एहतियातन उसके खिलाफ कार्रवाई की गई.
पुलिस ने आरोपी को उत्तर पश्चिमी जिले की अदालत में पेश किया. पेशी से पहले BJRM अस्पताल में आरोपी का मेडिकल कराया गया. शिव कुमार ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया था, लेकिन मेडिकल में इसकी पुष्टि नहीं हुई.
बता दें कि जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को जुलूस के दौरान 2 समुदायों के बीच झड़प हो गई थी. इसमें 8 पुलिसकर्मी और एक स्थानीय निवासी घायल हो गए थे. पुलिस के मुताबिक झड़पों के दौरान पथराव और आगजनी हुई थी. कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया था.