बिहार। शराबबंदी के बावजूद बिहार के छपरा में जहरीली शराब से मौत के मामले में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है. वहीं 12 लोगों की आंखों की रौशनी चली गई है. जहरीली शराब पीने की वजह से तबीयत बिगड़ने के बाद बुधवार को कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मामले में अबतक 8 लोगों की जान चली गई है. वहीं पटना के निजी नर्सिंग होम में कई लोग इलाजरत हैं.
घटना माकेर थाना क्षेत्र के धनुक टोली गांव की बुधवार की है. घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची थी. यहां जांच में पता चला कि पीड़ितों ने अलग-अलग जगहों पर जहरीली शराब पी और अपने-अपने घरों को लौट आए. बुधवार रात उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें इलाज के लिए छपरा के सदर अस्पताल ले जाया गया. ग्रामीण गंभीर रूप से बीमार मरीजों को इलाज के लिए सदर अस्पताल छपरा से पीएमसीएच पटना ले गए.
वहीं गुरुवार को सदर अस्पताल में भर्ती इन मरीजों का हाल जानने डीएम और एसपी खुद अस्पताल पहुंचे. एम राजेश मीणा ने तब बताया था कि घटना की सूचना मिलते हैं प्रशासन ने अपने स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव भेज दिया और बीमार लोगों को सरकारी खर्च पर अस्पताल लाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीमार लोगों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. शराब तस्करों की गिरफ्तारी के लिए इलाके में छापेमारी भी चल रही है.