पुनः 180 किमी प्रति घंटे की हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल कर पमरे ने रचा इतिहास

Update: 2022-07-13 12:17 GMT

जबलपुर। भारतीय रेल के अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) द्वारा विभिन्न खंडों पर हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल की जाती है। इन परीक्षणों में ट्रेन की गति बढ़ाने से कोचों और ट्रैक के ऑसिलेसन को चेक करना है। जिसमें सभी त्वरण मापदंडों एवं ऑसिलोग्राफ परिणामों का विधिवत रिकॉर्ड करना है। यह परीक्षण अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठनों (आरडीएसओ) द्वारा भारतीय रेल के विभिन्न खंडों पर किए जाते हैं जो अनुभाग के मास्टर डाटा पर निर्भर करते हैं और यह उल्लेख करना उचित है कि परीक्षणों के उद्देश्य के लिए आरडीएसओ द्वारा चुने गए चयनित अनुभवों को उच्च स्तर चेक की आवश्यकता होती है जैसे ट्रैक, पुलों, सिग्नलिंग, ओएचई और इससे संबद्ध संपत्तियों का रखरखाव।

उपरोक्त नीति के अनुसार पमरे के भोपाल और कोटा मंडलों पर हाई स्पीड का ऑसिलेशन ट्रायल आयोजित किए गए हैं। आरडीएसओ द्वारा चुने गए ऑसिलेशन ट्रायल के लिए कोटा मण्डल के कोटा-नागदा एवं कोटा-मथुरा सेक्शन और भोपाल मण्डल के इटारसी-भोपाल एवं भोपाल-बीना सेक्शन सेक्शन शामिल है। इन अनुभागों ने और ऑसिलेशन ट्रायल आयोजित करने और नए लोकोमोटिव और रोलिंग स्टाक की डिजाइन सुविधाओं का परीक्षण करने में पश्चिम मध्य रेल का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में से एक है। पश्चिम मध्य रेलवे ने ट्रैक रखरखाव के मशीनीकरण और आधुनिक ट्रैक सिगनलिंग और ओएचई रखरखाव प्रक्रियाओं को अपनाने के माध्यम से सर्वोत्तम रखरखाव प्रथाओं पर जोर दिया और कार्यान्वित किया है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम मध्य रेल के कोटा मंडल का मथुरा-कोटा-नागदा सेक्शन (549 रूट किमी ) सभी हाई स्पीड ट्रायल के लिए भारतीय रेलवे पर चुने गए सेक्शन में से एक है।

पश्चिम मध्य रेल वर्ष 2022-23 में भी ऑसिलेशन ट्रायल करने में अग्रणी रेलवे बन रहा है। उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2022 से 10 जुलाई 2022 तक 130 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड बैंड में हाई स्पीड पर 75 ट्रायल रन सफलतापूर्वक आयोजित करते हुए पमरे पर लगभग 6500 किलोमीटर का ऑसिलेशन ट्रायल चलाए गए हैं।

1) हॉट बफेट कार (पेंट्री) का हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल कोटा मण्डल के कोटा-नागदा सेक्शन में 180 किमी प्रति घण्टे गति बढ़ा कर किया गया।

2) एलएचबी वातानुकूलित डबल डेकर कोच का हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल कोटा मण्डल के कोटा-नागदा सेक्शन में 180 किमी प्रति घण्टे गति बढ़ा कर किया गया।

ज्ञात है की पश्चिम मध्य रेल वर्ष 2021-22 में भोपाल और कोटा मंडलों पर 130 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड बैंड में हाई स्पीड पर 55 ट्रायल रन सफलतापूर्वक आयोजित करते हुए पमरे पर लगभग 8600 किलोमीटर का ऑसिलेशन ट्रायल चलाए गए हैं।

1) थ्री टायर इकनॉमी कोच (एलडब्ल्यूएसीसीएनई) का हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल कोटा मण्डल के कोटा-नागदा सेक्शन में 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से किया गया है।

2) एलएचबी वातानुकूलित द्वितीय कोच का हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल कोटा मण्डल के कोटा-नागदा सेक्शन में 180 किमी प्रति घण्टे गति बढ़ा कर किया गया।

3) डब्लूडीएपी-5 71000 ड्यूल ट्रैक्शन हाई पॉवर लोकोमोटिव का हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल कोटा मण्डल के कोटा-नागदा सेक्शन में 150 किमी प्रति घण्टे गति बढ़ा कर किया गया।

4) एलएचबी कोच एजीओएमएस का हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल भोपाल मण्डल के इटारसी-खण्डवा सेक्शन में 145 किमी प्रति घण्टे गति बढ़ा कर किया गया।

एक उल्लेखनीय उपलब्धि और गर्व की बात है कि वर्ष 2020-21 में कोटा मंडलों पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड बैंड में हाई स्पीड पर ट्रायल रन सफलतापूर्वक आयोजित करते हुए ऑसिलेशन ट्रायल चलाए गए हैं।

1) वन्दे भारत ट्रेन का हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल कोटा मण्डल के कोटा-नागदा सेक्शन में 180 किमी प्रति घण्टे गति बढ़ा कर किया गया।

2) डब्लूएपी- 7 एचबी एसी पॉवर लोकोमोटिव का हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल कोटा मण्डल के कोटा-नागदा सेक्शन में 180 किमी प्रति घण्टे गति बढ़ा कर किया गया।

पश्चिम मध्य रेल ने हाई स्पीड ऑसिलेशन ट्रायल के संचालन में एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन किया है जो पश्चिम मध्य रेल के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों के उच्च स्तर के रखरखाव और समर्पण को दर्शाता है।

Tags:    

Similar News

-->