पीएम मोदी का मंत्रालयों के सचिवों के साथ बैठक, बोले- सेक्रेटरी की तरह नहीं, लीडर की तरह करें विभागों में काम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शनिवार को सभी मंत्रालयों के सचिवों की हाई लेवल बैठक हुई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शनिवार को सभी मंत्रालयों के सचिवों की हाई लेवल बैठक हुई है. यह बैठक शाम चार बजे से शुरू हुई और रात आठ बजे के बाद खत्म हुई. इस दौरान पीएम मोदी ने सभी सचिवों से कहा है कि वे सेक्रेटरी की तरह नहीं बल्कि लीडर की तरह अपने-अपने विभागों में काम करें. मंत्रालयों के कामों और स्कीमों के क्रियान्वयन पर ज्यादा फोकस करें.
उन्होंने कहा कि हम ऐसी मीटिंग पहले से करना चाहते थे, लेकिन कोरोना की वजह से सम्भव नहीं हो सका. पीएम के सामने दर्जन भर से ज्यादा सचिवों ने पॉलिसी संबंधी विषयों पर और अपने अपने मंत्रालयों के काम पर विचार रखे. माना जा रहा है कि सचिव स्तरीय बैठक के बाद बड़ा ब्यूरोक्रेटिक बदलाव जल्द हो सकता है. पीएम मोदी लगातारल बैठकें कर रहे हैं.
इससे पहले उन्होंने 14 सितंबर को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की थी, जिसमें कई नीतियों को लेकर प्रेजेंटेशन दिया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रिपरिषद के साथ 'चिंतन शिविर' आयोजित किया था और कहा थी सादगी ही जीवन जीने का तरीका. सूत्रों ने बताया था कि इस बैठक में शासन एवं नीति से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में इसको लेकर भी चर्चा की गई कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ किस तरह और प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंचाया जाए.
मंत्रिपरिषद की बैठक में 15 लोगों ने रखी थी अपनी बात
सूत्रों का कहना था कि मंत्रिपरिषद की बैठक में कुल 15 लोगों ने अपनी अपनी बात रखी थी. बैठक में टाइम मैनजमेंट को लेकर मंत्रियों को तरकीब बताई गई थी. साथ ही साथ सिंपल लिविंग एंड हाई थिंकिंग का मंत्र दिया गया था. इस क्रम में गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का उदाहरण भी दिया गया था. इस बैठक में शासन एवं नीति से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई है. पीएम मोदी ने अपने गुजरात के दिनों को याद करते हुए टिफिन मीटिंग्स के बारे में बात की थी, जहां हर कोई बैठकों में अपने-अपने टिफ़िन लाता था और भोजन के साथ-साथ विचारों को भी साझा करता था.
करीब पांच घंटे चली थी मंत्रिपरिषद की बैठक
यह बैठक राष्ट्रपति भवन के सभागार में हुई और करीब पांच घंटे तक चली थी. प्रधानमंत्री मोदी नियमित रूप से मंत्रिपरिषद की बैठकें करते हैं जिनमें मंत्री महत्वपूर्ण मुद्दों पर मंत्रिपरिषद देते हैं. इन बैठकों से मंत्रियों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की ताजा जानकारी मिलने में मदद मिलती है. पिछले महीने हुए मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी मंत्रियों से केंद्र सरकार की ओर से चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के लिए नए आइडिया मांगे गए थे.