प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आषाढ़-पूर्णिमा और धम्म चक्र दिवस पर यानी शनिवार को सुबह अपना संदेश देशवासियों के साथ साझा करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी. आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरू पूर्णिमा कहा जाता है. पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है.
माना जाता है कि इसी दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था. क्योंकि गुरु वेद व्यास ने ही पहली बार मानव जाति को चारों वेद का ज्ञान दिया था, इसलिए उन्हें प्रथम गुरू मानते हुए उनकी जन्मतिथि को गुरू पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. पीएम मोदी ने ट्विट करते हुए लिखा, "कल 24 जुलाई को लगभग 8:30 बजे आषाढ़ पूर्णिमा-धम्म चक्र दिवस कार्यक्रम में अपना संदेश साझा करूंगा." इस बार गुरू पूर्णिमा की पावन तिथि 23 जुलाई 2021 को सुबह 10:43 बजे से शुरू होकर 24 जुलाई 2021 की सुबह 08:06 बजे तक रहेगी. लेकिन उदया तिथि के कारण इसे 24 जुलाई को मनाया जाएगा.
धम्म चक्र दिवस, उत्तर प्रदेश में वाराणसी के निकट वर्तमान समय के सारनाथ में ऋषिपटन स्थित हिरण उद्यान में महात्मा बुद्ध द्वारा अपने प्रथम पांच तपस्वी शिष्यों को दिए गए 'प्रथम उपदेश' को ध्यान में रखकर मनाया जाता है. यह दिन दुनिया भर के बौद्धों द्वारा धम्म चक्र प्रवर्तन या 'धर्म के चक्र के घूमने' के दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. यह दिन बौद्धों और हिंदुओं दोनों ही के द्वारा अपने-अपने गुरु के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए 'गुरु पूर्णिमा' के रूप में भी मनाया जाता है.