नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की ओर से दिए गए निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। पीएम मोदी अगले हफ्ते भूटान का दौरा करेंगे। फिलहाल भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग टोबगे भारत दौरे पर हैं।
गुरुवार को दोनों देशों के प्रधानमंत्री एक-दूसरे से मिले और दोनों ने कई मसलों पर अपनी राय एक-दूसरे से साझा की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने पारस्परिक रिश्तों को प्रगाढ़ करने की दिशा में रूपरेखा तैयार की।
विदेश मंत्रालय ने इस संदर्भ में बयान जारी कर कहा, "भूटान के महामहिम राजा की ओर से प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने प्रधानमंत्री मोदी को अगले सप्ताह भूटान आने का निमंत्रण दिया है। प्रधानमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।" दोनों नेताओं ने बुनियादी ढांचे के विकास, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, जलविद्युत सहयोग, लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान और विकास सहयोग सहित द्विपक्षीय साझेदारी के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की समीक्षा की।
इसके अलावा, उन्होंने दोनों देशों के बीच "विशेष और अनोखी" दोस्ती को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। पीएम मोदी से मिलने के बाद प्रधानमंत्री टोबगे ने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा: "अपने मित्र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर बहुत अच्छा लगा। मैंने भूटान को उनके दृढ़ समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और हमने भूटान के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा की।"
पीएम मोदी ने कहा कि टोबगे की पहली विदेश यात्रा पर उनसे मिलकर "खुशी" हुई और उनके बीच "हमारी अनूठी और विशेष साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर सार्थक चर्चा" हुई।
पीएम मोदी ने भूटान के राजा और वहां के प्रधानमंत्री के आमंत्रण पर अपना आभार प्रकट किया। इस सप्ताह की शुरुआत में पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और भूटान के बीच तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दे दी, जिसमें पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति, ऊर्जा दक्षता और खाद्य सुरक्षा उपायों में सहयोग शामिल है।