PM मोदी करेंगे बाबा केदारनाथ के दर्शन, पुनर्निर्माण कार्यों का कर सकते हैं शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कपाट बंद होने से पहले बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए आएंगे।

Update: 2021-10-15 15:12 GMT

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कपाट बंद होने से पहले बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए आएंगे। उनके दिवाली या उसके आसपास चार व पांच नवंबर को उत्तराखंड आने की संभावना है। बता दें कि केदारनाथ के कपाट छह नवंबर को भैया दूज पर बंद हो जाएंगे।

पिछले दिनों पीएम मोदी ऋषिकेश स्थित एम्स में आयोजित कार्यक्रम में आए थे। तब भी उनके केदारनाथ जाने की संभावना जताई जा रही थी। उनके दौरे से ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी केदारनाथ गए थे। उन्होंने वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया था। प्रधानमंत्री के दौरे से ठीक एक हफ्ते पहले उनके सलाहकार भाष्कर खुल्बे ने भी केदारनाथ पहुंचकर पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया था।
सीएम व सलाहकार के इन दौरों के बाद पीएम के केदारनाथ जाने की संभावनाएं जताई जा रही थीं, लेकिन प्रधानमंत्री केदारनाथ नहीं गए। लेकिन अब प्रधानमंत्री के पांच नवंबर को केदारनाथ जाने की संभावना है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने इसके संकेत दिए हैं। प्रधानमंत्री सैनिकों के साथ दिवाली मनाते हैं। संभावना है कि पीएम चार नवंबर को उत्तराखंड में बॉर्डर पर सैनिकों के साथ दिवाली मनाने के बाद पांच नवंबर को बाबा केदार के दर्शन कर सकते हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी अब तक चार बार केदारनाथ आ चुके हैं।
पुनर्निर्माण कार्यों का कर सकते हैं शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ में चल रहे दूसरे चरण के पुनर्निर्माण कार्यों का शिलान्यास भी कर सकते हैं। दूसरे चरण में 160 करोड़ के कार्य होने हैं। केदारधाम में आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा भी स्थापित होनी है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने कहा भी था कि वह पुनर्निर्माण कार्यों की वर्चुअल मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
6 नवंबर को सुबह 8 बजे बंद होंगे केदारनाथ के कपाट

विजयदशमी पर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के समय की घोषणा की गई। धाम के कपाट परंपरानुसार भैयादूज के दिन बंद होते हैं। इस वर्ष कपाट तय पर्व पर 6 नवंबर को सुबह 8 बजे बंद किए जाएंगे।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश चंद्र गौड़ ने बताया कि कपाट बंद होने के बाद बाबा केदार की चल विग्रह उत्सव डोली पैदल मार्ग से गौरीकुंड, सोनप्रयाग होते हुए पहले रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेंगी। 7 नवंबर को डोली गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर में प्रवास करेगी। जबकि 8 नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होगी। यहां बाबा की भोग मूर्तियों को गर्भगृह में स्थापित करने के साथ आराध्य की छह माह की शीतकालीन यहीं होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जल्द उत्तराखंड आने की संभावना है। वह बाबा केदार के दर्शन के लिए भी जा सकते हैं। हालांकि अभी कार्यक्रम फाइनल होना है।
- मदन कौशिक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष।
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