पीएम मोदी आज भारतीय नौसेना को सौपेंगे IAC Vikrant

Update: 2022-09-02 00:47 GMT

दिल्ली। देश को आज यानी 2 सितंबर 2022 को अपना ताकतवर स्वदेशी एयरक्राफ्ट करियर IAC Vikrant मिल जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कोच्चि में इसे भारतीय नौसेना को सौपेंगे. एयरक्राफ्ट करियर मतलब समुद्र में तैरता एयरफोर्स स्टेशन. जहां से फाइटर जेट्स, मिसाइलें, ड्रोन्स उड़कर दुश्मन के छक्के छुड़ा सकते हैं. ये जल, जमीन और आसमान में शोले बरसा सकते हैं. आपको जानकर ये हैरानी होगी कि IAC Vikrant दुनिया के दस सबसे ताकतवर विमानवाहक युद्धपोतों में शामिल है.

क्योंकि जिस भी देश के पास ज्यादा एयरक्राफ्ट करियर होते हैं, उसे किसी भी युद्ध में सफलता मिलती है. वो दुनिया के किसी भी देश को घेर सकता है. जहां से मिसाइलें, फाइटर जेट्स, लड़ाकू हेलिकॉप्टर और स्पेशल फोर्सेज कमांडों दुश्मन के इलाके में आसानी से हमला बोल सकते हैं. आइए जानते हैं इस शानदार एयरक्राफ्ट करियर की ताकत, क्षमता, रेंज, सुविधाएं और हथियारों के बारे में.

आईएसी विक्रांत (IAC Vikrant) से 32 बराक-8 मिसाइलें दागी जा सकती हैं. लॉन्चिंग वर्टिकल सिस्टम (VLS) से होती है. सतह से हवा में (Surface to Air) मार करने वाली बराक मिसाइलें 500 मीटर से 100 KM तक हमला या बचाव के लिए दाग सकते हैं. 60 KG का वॉरहेड ले जाने वाली मिसाइल का डेटोनेशन सिस्टम हार्ड टू किल है. इसकी अधिकतम गति 2469 किमी प्रतिघंटा होती है.

इसके बाद इसमें चार ओटोब्रेडा (Otobreda) 76 mm के ड्यूल पर्पज कैनन लगे हैं. इसे रिमोट से चलाते हैं. यह 76.2 मिलिमीटर कैलिबर की तोप है. 360 डिग्री घूमकर दुश्मन के विमान, हेलिकॉप्टर, फाइटर जेट या युद्धपोत पर फायरिंग कर सकती है. इसकी रेंज 16 से 20 किलोमीटर तक होती है. इसके अलावा विक्रांत पर चार AK 630 CIWS प्वाइंट डिफेंस सिस्टम गन लगी है. यह एक घूमने वाली तोप होती है, जो टारगेट की दिशा में घूमकर फायरिंग करती रहती है. इसे चलाने के लिए सिर्फ एक आदमी की जरुरत होती है. यह 10 हजार राउंड्स प्रति मिनट की दर से फायरिंग करती है.

आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) को कोचीन शिपयार्ड में बनाया गया है. डिस्प्लेसमेंट 45 हजार टन है. यह अपने ऊपर 30 से 35 विमान ढो सकता है. लंबाई 860 फीट और चौड़ाई 203 फीट है. कुल क्षेत्रफल 2.5 एकड़ है. अधिकतम गति 52 KM प्रतिघंटा है. भाविष्य में ब्रह्मोस मिसाइलें भी तैनात की जा सकती हैं. इसमें जनरल इलेक्ट्रिक टरबाइन लगे हैं, जो इसे 1.10 लाख हॉर्सपावर की ताकत देते हैं. इसकी स्ट्राइक रेंज 1500 KM है. लेकिन सेलिंग रेंज 15 हजार किमी है. एयरक्राफ्ट करियर को बनाने में 76% स्वदेशी सामग्रियों का उपयोग किया गया है. IAC Vikrant पर MiG-29K फाइटर जेट्स, अमेरिकी MH-60R मल्टीरोल नेवल हेलिकॉप्टर, भारतीय ALH Dhruv और कामोव केए-31 AEW हेलिकॉप्टर तैनात होंगे. एमएच-60आर को रोमियो हेलिकॉप्टर भी बुलाया जाता है. भविष्य में इस पर दुनिया के बेस्ट नौसैनिक फाइटर जेट्स की तैनाती भी की जा सकती है. जिसके लिए फिलहाल राफेल, सुपर हॉर्नेट समेत कई फाइटर जेट्स में जंग चल रही है.


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