पीएम मोदी ने युवाओं को लेकर कही यह बात

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Update: 2022-06-10 13:03 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के अहमदाबाद में भारत में स्पेस के क्षेत्र में रिसर्च और नई तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए IN-SPACe केंद्र का उद्घाटन किया है. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि इन-स्पेस भारत के युवाओं को, भारत के बेस्ट माइंड को अपना टेलेंट दिखाने का मौका देगा. चाहे वो सरकार में काम कर रहे हों या प्राइवेट सेक्टर में, इन-स्पेस (IN-SPACe) सभी के लिए बेहतरीन अवसर बनाएगा. इन-स्पेस में भारत की स्पेस इंडस्ट्री में क्रांति लाने की क्षमता है.

पीएम मोदी ने कहा कि स्पेस सेक्टर में रिफॉर्म करके उसे सारी बंदिशों से आजाद करके IN-SPACe के माध्यम से प्राइवेट इंडस्ट्रीज को भी सपोर्ट करके देश आज विजेता बनाने का अभियान शुरू कर रहा है. आज प्राइवेट सेक्टर सिर्फ वेंडर बनकर नहीं रहेगा, बल्कि स्पेस सेक्टर में बिग विनर्स की भूमिका निभाएगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार भारत के युवाओं के सामने से हर अवरोध हटा रही है, लगातार रिफॉर्म कर रही है. डिफेंस सेक्टर को प्राइवेट इंडस्ट्री के लिए खोल देना, आधुनिक ड्रोन पॉलिसी बनाना, जियो स्पेशल डेटा गाइडलाइन बनाना हो, सरकार हर दिशा में काम कर रही है. कोशिश है कि हम भारत के प्राइवेट सेक्टर के लिए ज्यादा से ज्यादा ईज ऑफ डूंइग बिजनेस का माहौल बनाएं ताकि देश का प्राइवेट सेक्टर, देशवासियों की इज ऑफ लिंविग में उतनी ही मदद करे.
पीएम मोदी ने कहा कि कई प्राइवेट कंपनियों ने तो अपने खुद के रॉकेट की डिजाइन भी तैयार कर ली है. ये भारत के स्पेस सेक्टर की असीमित संभावनाओं की एक झलक है. इसके लिए वैज्ञानिकों, उद्यमियों, युवा उद्यमियों और सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं. मुझे गर्व है कि हमारे प्राइवेट इंडस्ट्री के साथियों ने लॉन्च व्हीकल, सैटेलाइट, ग्राउंड सेंगमेंट और स्पेस एप्लीकेशन के क्षेत्रों में तेजी से काम शुरू कर दिया है. PSLV रॉकेट के निर्माण के लिए भी भारत के प्राइवेट प्लेयर्स भी आगे आए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत का अंतरिक्ष अभियान एक तरह से 'आत्मनिर्भर भारत' की सबसे बड़ी पहचान रहा है. अब जब इस अभियान को भारत के प्राइवेट सेक्टर की ताकत मिलेगी, तो उसकी शक्ति कितनी ज्यादा बढ़ जाएगी आप इसका अंदाजा लगा सकते हैं.
उन्होंने कहा कि कोई साइंटिस्ट है या किसान-मजदूर है, विज्ञान की तकनीकियों को समझता है या नहीं समझता है, इन सबसे ऊपर हमारा स्पेस मिशन देश के जन-गण के मन का मिशन बन जाता है. मिशन चंद्रयान के दौरान हमने भारत की इस भावनात्मक एकजुटता को देखा था. 21वीं सदी में स्पेस-टेक एक बड़ी क्रांति का आधार बनने वाला है. स्पेस-टेक अब केवल दूर स्पेस की नहीं, बल्कि हमारे पर्सनल स्पेस की टेक्नोलॉजी बनने जा रही है.
पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे देश में अनंत संभावनाएं हैं, लेकिन अनंत संभावनाएं कभी भी सीमित प्रयासों से साकार नहीं हो सकतीं. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि स्पेस सेक्टर में सुधार का ये सिलसिला आगे भी अनवरत जारी रहेगा. आने वाले दिनों में दो ऐसे क्षेत्र हैं जो सबसे ज्यादा प्रभावशाली होने वाले हैं, वो हैं - Space और Sea.


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