दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन के वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी की. इस दौरान पीएम मोदी ने दुनियाभर के तमाम बड़े नेताओं के सामने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के चेहरे को बेनकाब कर दिया. पीएम मोदी ने कहा, आतंकवाद किसी भी रूप में हो, हमें उसके खिलाफ मिलकर लड़ाई करनी होगी. खास बात ये है कि जब पीएम मोदी आतंकवाद पर पड़ोसी देश को फटकार लगा रहे थे, तब इस वर्चुअल समिट में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ भी मौजूद थे.
पीएम मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, कुछ देश क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म को अपनी नीतियों के उपकरण के रूप में इस्तेमाल करते हैं. आतंकवादियों को पनाह देते हैं. SCO को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए. इस वर्चुअल बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत SCO देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी मौजूद थे. पीएम मोदी ने कहा, आतंकवाद क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है. इस चुनौती से निपटने के लिए निर्णायक कार्रवाई आवश्यक है. आतंकवाद चाहे किसी भी रूप में हो, किसी भी अभिव्यक्ति में हो, हमें इसके विरुद्ध मिलकर लड़ाई करनी होगी..
पीएम मोदी ने कहा, भारत और अफगानिस्तान के लोगों के बीच सदियों पुराने मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं. पिछले दो दशकों में हमने अफगानिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए योगदान दिया है. 2021 के घटनाक्रम के बाद भी हम मानवीय सहायता भेजते रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि अफगानिस्तान की भूमि पड़ोसी देशों में अस्थिरता फैलाने या कट्टर विचारधाराओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयोग न की जाए.
पीएम मोदी ने कहा, हमें मिलकर यह विचार करना चाहिए कि क्या हम एक संगठन के रूप में हमारे लोगों की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने में समर्थ हैं? क्या हम आधुनिक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं? क्या SCO एक ऐसा संगठन बन रहा है जो भविष्य के लिए पूरी तरह से तैयार हो?