पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुलाकात, पत्रकारों को ऐसे दिया झटका
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ आ रहे पत्रकार प्रेस कांफ्रेंस में पीएम मोदी और बाइडेन से सवाल नहीं पूछ पाएंगे। हालांकि इसको लेकर अमेरिकी प्रशासन ने भारत सरकार से कई बार गुहार लगाई है। इसके बावजूद सवालों के लिए अनुमति नहीं मिल सकी है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने गुरुवार को कहा कि यह भारत-अमेरिका की द्विपक्षीय यात्रा नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत जी-20 का मेजबान है। वहां पर बड़ी संख्या में नेता मौजूद होंगे। भारत ने इसके लिए कुछ प्रोटोकॉल तय कर रखे हैं।
बता दें कि सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी ने बहुत ज्यादा प्रेस कांफ्रेंस नहीं की है। अमेरिका की यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने प्रेस कांफ्रेंस में दो सवालों के जवाब दिए थे। हालांकि इसके लिए अमेरिकी प्रशासन और भारत सरकार के बीच निगोसिएशन का लंबा दौर चला था। बता दें कि राष्ट्रपति बाइडेन ने पीएम मोदी का व्हाइट हाउस में गर्मजोशी से स्वागत किया था। यह और बात है कि कुछ अमेरिकी सांसद कांग्रेस में पीएम मोदी के संबोधन में शामिल नहीं हुए थे।
बाइडेन भारत में जी-20 सम्मेलन संपन्न होने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब नहीं देंगे। इसकी जगह वह विएतनाम में एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन करेंगे। व्हाइट हाउस ने कहाकि वहां पर रिपोर्टरों के सवालों का जवाब देना आसाना होगा। जीन पियरे ने कहा कि यह करना आसान था। इसमें कुछ बदलाव भ्ज्ञी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन हमेशा सोलो प्रेस कांफ्रेस करते रहे हैं। इसलिए भारत में ऐसा करने के बजाय, वह इसे वियतनाम में करने जा रहे हैं।