पीयूष गोयल की प्रेस कांफ्रेंस: यूक्रेन के युद्धग्रस्त इलाकों से निकाले गए भारतीय छात्र, भारतीयों के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश के नागरिकों को भी निकाला
नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध पर भारत के प्रयासों का ब्योदिया है. उन्होंने बताया कि यह यूक्रेन से भारतीय छात्रों को लाना आसान नहीं था. पीएम मोदी के अथक प्रयास के बाद इस कठिन कार्य को सफलता पूर्वक पूरा किया जा सका.
पीयूष गोयल ने कहा कि 20,000 से अधिक भारत के नागरिक, जिसमें अधिकतर छात्र हैं, जो यूक्रेन में फंसे थे, उन्हें तीन हफ्ते के अंदर भारत में वापस लाना, ये हम सभी लोगों के लिए बहुत गर्व की बात है. आज पूरे देश में विश्वास खड़ा हुआ है कि किसी भी संकट के समय में भारत सरकार और भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री जी हमें संकट से निकालेंगे.
उन्होंने करीब 11 बार दुनिया के बड़े-बड़े नेताओं से बात की. कूटनीति का हर संभव प्रयोग किया गया, जिससे हमारे नागरिक सकुशल वापस आ सकें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय को खुद गंभीरता से लिया. 8 हाई लेवल मीटिंग उन्होंने की. हर मीटिंग के बाद कठोर कदम उठाए जाते थे कि कैसे एक-एक नागरिक को भारत में वापस लाया जाए.