जैनमुनि के शव के मिले टुकड़े, हत्या मामलें में दो संदिग्ध गिरफ्तार
फैली सनसनी
बेलगावी। कर्नाटक के बेलगावी जिले के एक गांव में चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक जैन मुनि के शव के टुकड़े बोरवेल से बरामद हुए हैं। पुलिस ने यह जानकारी दी। जिले की चिकोड़ी तालुक में कुएं में शव के टुकड़े मिले हैं। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस भयावह घटना के आलोक में एक जांच दल का गठन किया और अधिकारियों को मामले की गहन जांच के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने कहा कि इस सिलसिले में नारायण बसप्पा मादी और हासन दलायथ नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि पीड़ित आचार्य कामकुमार नंदी महाराज पिछले 15 वर्ष से नंदी पर्वत जैन बसदी में रह रहे थे। अधिकारी ने मीडिया को बताया, “छह जुलाई को बसदी भीमप्पा उगारे के प्रबंधक ने जैन मुनि के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। हमने जांच शुरू की और दो लोगों को गिरफ्तार किया।” पूछताछ में पता चला कि जैन धर्म के दिगंबर संप्रदाय से ताल्लुक रखने वाले मुनि पैसे उधार देते थे। बताया जाता है कि संदिग्धों ने उनसे पैसे उधार लिए थे। अधिकारी ने कहा कि जब मुनि ने आरोपियों से उधार दिए गए पैसे के बारे में पूछताछ की, तो उन्होंने उनकी हत्या कर दी।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जैन मुनि की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों को मामले की गहन जांच करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि दोषियों को अदालत से सजा मिले। सिद्धारमैया ने एक बयान में कहा कि आरोपियों के खिलाफ निर्मम कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। हमारे अधिकारियों ने जांच तेज कर दी है और कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। मैंने निर्देश दिए हैं कि कोई भी आरोपी बचना नहीं चाहिए।”
कर्नाटक के बेलगाम जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक जैन मुनि (भिक्षु) की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि उनके शरीर को कथित तौर पर टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया। हालांकि, पुलिस अभी तक शव बरामद नहीं कर सकी है। जैन मुनि कामकुमार नंदी महाराज दो दिन पहले गुरुवार 6 जुलाई को लापता हो गए थे। पुलिस ने इस सिलसिले में दो संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों संदिग्धों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है।
बेलगाम जिले के चिक्कोड़ी क्षेत्र में नंदी पर्वत आश्रम है। जैन मुनि 108 कामकुमार नंदी जी महाराज पिछले 15 वर्षों से नंदी पर्वत आश्रम में रह रहे थे। वह बेलगावी जिले के चिक्कोडी के पास हिरेकोडी गांव के आचार्य कामकुमार नंदी चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख थे। आश्रम के अनुसार, गुरुवार को वह अचानक गायब हो गए। जैन मुनि के लापता होने पर शिष्यों की चिंता बढ़ गई। उनको हर जगह शिष्यों ने तलाशा लेकिन उनका पता नहीं चला। काफी खोजबीन के बाद आचार्य कामकुमार नंदी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष भीमप्पा उदारे ने उनके गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। 6 जून, 1967 को कर्नाटक के बेलगाम जिले में जन्मे जैन मुनि को बचपन में भ्रमप्पा के नाम से जाना जाता था। उन्हें आचार्य श्री 108 कुंथु सागर जी महाराज द्वारा भिक्षुत्व की दीक्षा दी गई।
गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस हरकत में आई। पूछताछ में पता चला कि गुमशुदगी के पीछे जैन मुनि के एक परिचित का हाथ है। पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में संदिग्ध ने हत्या की बात स्वीकार की। पुलिस पूछताछ में पता चला कि हत्या के पीछे पैसों की लेनदेन का विवाद था। दरअसल, आरोपी ने जैन मुनि से पैसे उधार लिए थे। आरोपी ने जैन मुनि का उधार नहीं चुकाया तो इसको लेकर विवाद हो गया। जैन मुनि अपना पैसा वापस पाने के लिए दबाव बनाने लगे तो उसने हत्या का प्लान बनाया। हालांकि, पुलिस ने अभी इस हत्या का खुलासा नहीं किया है, न ही अभी तक इस हत्या की वजह की अधिकारिक रूप से जानकारी दी है।
संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब जैन मुनि के शव को ढूंढ़ने में लगी है। पुलिस को आरोपियों ने बताया कि जैन मुनि के शव को टुकड़ों में काट कर गांव के पास नदी में फेंका गया है। अब पुलिस कटकाबावी गांव के पास बहने वाली नदी में शव की तलाश में जुटी हुई है। हालांकि, शव के अभी तक कोई अवशेष नहीं मिले हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण पुलिस को शव को खोजने में दिक्कत हो रही है। एहतियात के तौर पर आश्रम परिसर की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।