दिल्ली। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में विपक्षी दलों के गठबंधन को इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस (INDIA) नाम दिया गया। दो दिनों तक चली बैठक के बाद कल शाम आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी गई। इस पीसी में विपक्षी दलों के तमाम बड़े नेता शामिल हुए, लेकिन बिहार के मुख्यमंक्षी नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव गैरहाजिर रहे। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, गठबंधन का नाम इंडिया रखने पर नीतीश कुमार सहमत नहीं थे। ऐसे में अब उनके विपक्षी को मौका मिल गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तंज कसने लगी है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने ट्वीट कर कहा, ''सुने हैं बिहार के महाठगबंधन के बड़े-बड़े भूपति बेंगलुरु से पहले ही निकल आए! दूल्हा तय नहीं हुआ, फूफा लोग पहले नाराज हो रहे!'' उन्होंने कहा, ''फोटोबाजी, राजनीतिक पर्यटन के लिहाज से बेंगलुरु सेशन क्लोज हुआ। अगली सूटिंग मुंबई में।''
वहीं, बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने भी तंज कसा है। उन्होंने कहा, ''बेंगलुरु में सबसे बड़ी किरकिरी तो नीतीश कुमार की हुई है। उन्हें फर्जी "इंडिया' का संयोजक न बनाये जाने से नाराज होकर पहले ही बैठक से निकल लेना पड़ा। वे प्रेस कांफ्रेंस में नहीं थे। बंगलुरू में नीतीश-विरोधी पोस्टर भी लगाये गए थे, जबकि वहां सरकार कांग्रेस की है।'' सुशील मोदी ने कहा कि इन दलों की पटना बैठक में इसी तरह नाराज होकर दिल्ली लौट गए थे। जो लोग चुनाव से पहले न मन मिला पा रहे हैं, न एक चेहरा तय कर पाए, वे देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई चुनौती नहीं दे पाएंगे।