'फाइजर वैक्सीन' 5-11 साल के बच्चों के लिए सुरक्षित, क्लिनिकल ट्रायल के रिजल्ट जारी
फाइजर वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की कंपनी फाइजर और बायोएनटेक (Pfizer and BioNTech) ने सोमवार को कहा कि कुछ परिक्षणों से पता चला है कि उनका कोरोना वायरस वैक्सीन सुरक्षित है और पांच से 11 साल की उम्र के बच्चों में एक मजबूत इम्यूनिटी बनाता है. अमेरिकी दिग्गज फाइजर और उसके जर्मन साथी ने एक संयुक्त बयान में कहा, "पांच से 11 साल की उम्र के प्रतिभागियों में, टीका सुरक्षित था, उनके शरीर ने टीकों को अच्छी तरह से सहन किया और उनके शरीर में मजबूत एंटीबॉडी प्रतिक्रिया भी पाई गई."
दरअसल फाइजर और मॉडर्ना दोनों जैब्स पहले से ही दुनिया भर के देशों में 12 साल से ज्यादा उम्र के किशोरों और वयस्कों को दिए जा रहे हैं हालांकि माना जाता है कि बच्चे के शरीर में किसी तरह की बीमारी नहीं होने के कारण उन्हें कोरोना का खतरा कम होता है. और इम्यूनिटी अच्छी होती है. लेकिन चिंताएं हैं कि अत्यधिक संक्रामक डेल्टा संस्करण अधिक गंभीर मामलों को जन्म दे सकता है.
अमेरिका में लगभग 240 प्रतिशत की वृद्धि
फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बौर्ला ने कहा, "यह देखते हुए कि बाल चिकित्सा मामलों में अमेरिका में लगभग 240 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. हम इस युवा आबादी के लिए टीके से मिलने वाली सुरक्षा का विस्तार करने के लिए उत्सुक हैं.
पांच दिनों से 30 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले
वहीं दूसरी तरफ देश में पिछले पांच दिनों से 30 हजार से ज्यादा कोरोना के मामलों ने एक बार फिर से लोगों की चिंता बढ़ा दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 30,256 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 295 लोगों की मौत हो गई. वहीं, 43,938 संक्रमित मरीज ठीक होकर घर लौट गए हैं. वहीं देश में संक्रमित मरीजों की संख्या की बात करें तो यह 33,478,419 पहुंच गई है. जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या 3,18,181 है. देश में कुल मृतकों की संख्या की बात करें तो यह 4,45,133 हो गई है और अब तक कुल स्वस्थ मरीजों की संख्या 3,27,15,105 हो गई है.