नई दिल्ली (आईएएनएस)| प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की शाखाएं अन्य देशों में थीं और प्रत्येक का एक अलग नाम था, सूत्रों ने इसका खुलासा किया है। पीएफआई कुवैत में कुवैत इंडिया सोशल फोरम (केआईएसएफ) के नाम से सक्रिय था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के सूत्रों ने दावा किया कि केआईएसएफ भारत में पीएफआई की गतिविधियों का समर्थन करने के लिए अपने सदस्यों से वार्षिक सदस्यता शुल्क जमा करता था। एजेंसियों को पता चला है कि दुबई में स्थित अमीरात इंडियन फ्रेटरनिटी फोरम (ईआईएफएफ) और इंडियन कल्चरल सोसाइटी पीएफआई की शाखाएं हैं।
पीएफआई के सदस्य भारत में स्थित एनआरआई खातों में पैसा भेजते थे। बाद में वह राशि को पीएफआई सदस्यों के खातों में ट्रांसफर कर दिया जाता था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुसार लेनदेन फेरा के उल्लंघन में किया जा रहा था। पीएफआई के सदस्य अपने सहयोगियों से मिलने यूएई भी जाया करते थे। एजेंसियों को पता चला है कि हज के नाम पर पीएफआई को विदेशी फंडिंग मिल रही थी।
सूत्रों ने यह भी कहा कि पीएफआई के कैडर दुनिया भर में हैं और वे अलग-अलग तरीकों से प्रतिबंधित संगठन के मुख्य एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। एक अन्य कथित कट्टरपंथी संगठन, दावत-ए-इस्लामिया भी पीएफआई की तरह ही काम कर रहा है और संभावना है कि कई पीएफआई कैडर इस संगठन में शामिल हो सकते हैं।