पेट्रोल-डीजल होने वाला है महा सस्ता

Update: 2022-12-18 10:05 GMT

पप्पू फरिश्ता

महंगाई पर महा हथौड़ा 

दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति ऐसा लग रहा कि रंग ला रही है. साल 2024 के चुनाव के पूर्व नरेंद्र मोदी अंदर ही अंदर एक नया प्लान सेटअप कर लिए है और किसी भी कीमत पर अपने नए प्लान को अंजाम देने के लिए पीछे हटने वाले नहीं इसी कड़ी में विदेश नीति की जो उपयोगिता है जिसको नरेंद्र मोदी ने बखूबी उपयोग कर अपनी क्षमता और गोपनीय रणनीति को अंजाम देने की ओर अग्रसर कर दिया. आने वाले दिनों में इसका रंग रूप दिखने लगेगा यह कहना भी अभी लाजिम होता है कि नरेंद्र मोदी विश्व के सभी नेताओं से कमोबेश अपनी प्लानिंग को आगे आगे की सोच कर ही संपूर्ण प्लान को गोपनीय रूप से पहले अपने खाके में उतार लेते हैं. तदुपरांत ही मोदी अपने बड़ी चालाकी से और बहुत सहजता से एकदम हल्के अंदाज से बड़ी घोषणा कर देते हैं जिसका किसी को अंदाजा भी नहीं होता और कई राजनेता या बड़े-बड़े समाज के आर्थिक जानकार हैरान हो जाते हैं कि मोदी एक ऐसा कर सकते हैं लेकिन मोदी की कूटनीति रंग ला रही है और अब यह दिन दूर नहीं कि मोदी बहुत जल्द चुनावी माहौल में भारत की सभी चुनावी नीति निर्धारण को पिरोने में कामयाब होंगे इसी के तहत अब बहुत जल्द भारत के लोगों को पेट्रोल डीजल ₹80 लीटर तक मिलने की उम्मीद है और चुनाव तक यही कीमत या इससे भी कम कीमत पर पेट्रोल डीजल उपलब्ध होगा इसी के आधार पर मोदी अपनी रणनीति को आगे बढ़ा रहे. हम यूँ ही नहीं कह रहे है.स्पष्ट है कि रूस हमे कच्चे तेल को कम से कम तीन साल तक विश्व से कम रेट में (कच्चा तेल) देते रहेगा। आने वाले दिनों में पूरे विश्व में असमानता और अराजकता का माहौल होने के कारण विश्व मंडी में भारत की पकड़ एवं खरीदी की क्षमता और बढ़ेगी। इसलिए कुछ और मुस्लिम देश के कच्चे तेल भंडारण के व्यापारिक संगठन भारत को देने के लिए सहमति देंगे। अगर सबकुछ ठीक ठाक रहा और पीएम मोदी की रणनीति पर चलता रहा तो केंद्र सरकार महंगाई पर यह महा हथौड़ा चला सकती है. आने वाले कुछ महीने में यह हथौड़ा चलता दिख सकता है. 

भारत में विपक्ष की राजनीती को तार-तार करने के उपरांत ऐसा लगता है कि साल 2024 में पीएम मोदी आम जनता की जरूरत की चीजे जैसे पेट्रोल , डीजल और गैस एवं CNG के दामों को 2016-17 के स्तर पर ला सकते है। जिससे कि विपक्षी पार्टियों के पास महंगाई का मुद्दा नहीं रहेगा। संभवता पेट्रोल और डीजल दाम 80 के आसपास हो सकता है, वही गैस के दाम 700 तक होने की संभावना दिख रही है. 

जैसा कि पूरी दुनिया जानती है कि रूस भारत का एक भरोसेमंद मित्र देश है। इसी दोस्ती को रूस ने आगे बढ़ते हुए नए साल के 15 दिन पहले ही रूस ने भारत को नए साल का एक बड़ा तोहफा दे दिया है। दरअसल खबर निकल कर ये सामने आई है कि अब से 3 महीने पहले तक रूस हमे 60 से लेकर 70 डॉलर पर बैरल ऑयल बेचा करता था। जबकि अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 90 से लेकर 100 डॉलर हुआ करती थी। मतलब रूस हमे 30 डॉलर प्रति बैरल का भारी डिस्काउंट दिया करता था लेकिन आज रूस ने दुनिया को हैरान करते हुऐ भारत को ऐसा तोहफा दिया है जिससे चीन-पाकिस्तान पूरी तरह से सदमे में आ गए है।

हुआ यह है कि अब से रूस हमें और भी ज्यादा डिस्काउंट देने जा रहा है। यानी अब से हमें 48 डॉलर पर बैरल कच्चा तेल रूस देगा। अब ये कितना सस्ता है। इसके लिए इन दो उदाहरण से समझते हैं। जब जमीन से तेल निकाला जाता है तो इसका खर्चा 35 से लेकर 45 डॉलर प्रति बैरल आता है। यानी की रूस हमसे बहुत ही कम मुनाफा कमा रहा है। कई एक्सपर्ट का मानना है कि रूसी उरान यानी जमीन के बहुत अंदर चट्टानों के नीचे पाया जाना वाला तेल अगर रूस भारत को इतने कम दाम में दे रहा है तो इसमें आश्चर्य होना स्वाभाविक है। जैसा कि आप सभी जानते है G7,G20 ने रूस के ऊपर सेंक्शन लगाते हुए रूस के ऑयल पर प्राइस कैप लगाया था और कहा था कोई भी देश रूस से 60 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर ऑयल नहीं खरीदेगा और ऐसा इसलिए किया गया था ताकि रूस को आर्थिक रूप से तोड़ा जा सके और उसकी अर्थव्यवस्था को कमजोर किया जा सके। जिस पर भारत ने रूस का साथ देते हुऐ कहा था कि हम रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करेंगे और न ही रूस पर लगे किसी भी सेंक्शन को मानेंगे। जिस पर रूस ने भारत का धन्यवाद किया था और इसी कड़ी में रूस ने दुनिया को हैरान करते हुऐ सिर्फ भारत को इतना सस्ता कच्चा तेल देना जारी किया।

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