मुंबई: शिवसेना नेता शाइना एनसी ने दिल्ली में भाजपा की बढ़त पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि 27 साल बाद भाजपा दिल्ली में इतिहास रचने जा रही है और यह सब कुछ यहां के लोगों की वजह से हो पा रहा है, क्योंकि लोगों ने अब बदलाव का मन बना लिया है। दिल्ली की जनता अब अच्छी सरकार बनाने की दिशा में अग्रसर हो चुकी है और यह उसी का नतीजा है कि आज आम आदमी पार्टी को ऐसे दिन देखने पड़ रहे हैं।
उन्होंने दिल्ली की हॉट सीटों पर आम आदमी पार्टी के दिग्गज चेहरों के पिछड़ने को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कालकाजी के संदर्भ में कहा कि यहां आतिशी जहां पिछड़ती जा रही हैं, तो वहीं रमेश बिधूड़ी आगे हैं। इससे दिल्ली की जनता के मिजाज का साफ पता चलता है। वहीं, अरविंद केजरीवाल और प्रवेश वर्मा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। कैलाश गहलोत बिजवासन में जीत रहे हैं। जगंपुरा में सिसोदिया और मारवा जी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। सतीश जैन चांदनी चौक में जीत रहे हैं। विजेंद्र जी रोहिणी में जीत रहे हैं। विश्वास नगर में ओम प्रकाश जी जीत रहे हैं। सिरसा जी राजौरी में जीत रहे हैं।
उन्होंने ओखला विधानसभा सीट का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ओखला की जनता ने कमाल कर दिया। यहां के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर विश्वास जताते हुए भाजपा को चुनने का फैसला किया। दिल्ली की जनता ने इस बार विकास को तरजीह दी है। दिल्ली के समझदार वोटर्स को बधाई देने का यह समय है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने भाजपा के पक्ष में अपना परिणाम दे दिया है। ऐसी स्थिति में आम आदमी पार्टी के नेताओं को अब किसी भी प्रकार का स्पष्टीकरण देने से बचना चाहिए। आम आदमी पार्टी के नेताओं को यह समझ लेना चाहिए कि लोगों ने आपको ठुकरा दिया है।
इसके साथ ही उन्होंने इंडी गठबंधन को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन का अस्तित्व ही खत्म हो चुका है। कांग्रेस की नैया डूब ही चुकी है। ये लोग अंदरूनी झगड़े में उलझे हुए हैं। लेकिन, दिल्ली की जनता इस बात को अच्छे से जानती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र में रहते हुए काम किया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों ने उस पुरानी धारणा को भी खत्म कर दिया, जिसमें अक्सर यह कहा जाता था कि मुस्लिम समुदाय के लोग भाजपा को वोट नहीं देते हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी, लेकिन इस बार यहां की जनता ने इस पार्टी को ठुकरा दिया। आम आदमी पार्टी का भी पत्ता दिल्ली में साफ हो चुका है, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि दिल्ली की जनता अब गुड गर्वनेंस चाहती है।