लोगों ने की थी भविष्यवाणी: अब बेटा बना सीएम, बोली- उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मां

Update: 2021-07-03 14:38 GMT

उत्तराखंड में नए मुख्यमंत्री के तौर पर बीजेपी ने 45 वर्षीय पार्टी के युवा चेहरे पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के नाम की घोषणा जैसे ही की, उनके विधानसभा क्षेत्र खटीमा (Khatima) में जश्न का माहौल शुरू हो गया. धामी के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगने लगा. धामी कुमाऊं क्षेत्र से एक बड़ा राजपूत चेहरा हैं. धामी के घर पर जश्न मनाते हुए लोगों ने मिठाइयां बांटी, तो कहीं कार्यकर्ता ढोल पर जमकर झूमे. धामी की मां (Pushkar Singh Dhami's Mother) ने आंसू पोंछते हुए बताया कि लोग कहते थे कि उनका बेटा एक दिन सीएम बनेगा और आज वह दिन आ गया है. धामी की पत्नी गीता धामी आत्मविश्वास से लबरेज दिखीं. उन्होंने कहा, ''पुष्कर अपनी जिम्मेदारी से ज्यादा काम करेंगे. उनका जन्म बहुत सामान्य परिवार में हुआ और क्षेत्र की समस्याओं को उन्होंने नजदीक से देखा है. जितना समय है, उसमें वे अपने प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे.'' पुष्कर सिंह धामी की मां बिशना देवी ने दुःख जताया कि काश, आज पुष्कर के पिता जिंदा होते तो वे भी अपने लाल को सीएम पद की शपथ लेते देखकर काफी खुश होते. पिता का एक साल पहले देहांत हो गया था. वे सेना में सुबेदार पद से रिटायर हुए थे.

घर की सुरक्षा की गई कड़ी

पुष्कर सिंह धामी के नाम की घोषणा होते ही पुलिस ने उनके घर के आसपास सुरक्षा को और कड़ी कर दिया है. मालूम हो कि बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद धामी के नाम का ऐलान किया गया है. तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार देर रात को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. छह महीने के भीतर उप-चुनाव नहीं कराए जाने की संभावना के चलते उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा था.

खटीमा के उनके गांव में ढोल-नगाड़ों के बीच समर्थक खूब थिरके. पुष्कर सिंह धामी की माता बिशना देवी ने खुशी के आंसू पोंछते हुए आगे बताया कि उनसे लोग कहा करते थे कि पुष्कर मुख्यमंत्री बनेगा, वह देश में नाम करेगा. आज यह दिन आ गया है और वह चाहती हैं कि पुष्कर लोगों के लिए अच्छे काम करें. पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्राध्यक्ष जे.पी.नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह का धन्यवाद करते हुए उम्मीद जताई है कि पुष्कर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे. उन्होंने आशा की है कि पुष्कर राज्य के लिए अच्छे काम करेंगे .

मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के डीडीहाट के रहने वाले पुष्कर धामी के पिता भारतीय फौज से सेवानिवृत्त हुए थे. उनका जीवन उधम सिंह नगर जिले के खटीमा में बीता, जहां से उन्होंने अपनी शिक्षा ग्रहण की और छात्र राजनीति में प्रवेश किया. पुष्कर खटीमा से ही विधायक के लिए चुनाव लड़े और इस बार दूसरा टर्म दोबारा जीतकर विधानसभा पहुंच गए. उन्होंने सरकार का हिस्सा बनकर एक बार भी काम नहीं किया, जबकि वह लंबे समय से संगठन के लिए कार्य करते रहे हैं.

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