एक ही दिन मां और बेटे की निकली अर्थी, प्रेम और अटूट संबंध देखकर भावुक हुए लोग
जानिए पूरा मामला।
बांका: मां और बेटे के ममतामयी प्रेम और अटूट संबंध की एक दास्तां बिहार के बांका जिले में देखने को मिली, जहां बेटे की मौत के बाद एक साथ उठी दोनों की अर्थीमां का भी देहांत हो गया और एक ही दिन मां और बेटे की अर्थी निकली।
परिजनों और समाज के लोगों ने इसकी चर्चा करते हुए बताया की 60 वर्षीय धनंजय साह किशोरी साह के सबसे छोटे पुत्र थे, जो धार्मिक किस्म के इंसान थे। वे अविवाहित थे, लेकिन समाज से उनका विशेष लगाव था। विशेषकर अपनी मां चमेली देवी से, जो कि उनके निधन के कुछ ही घंटे के बाद दुनिया छोड़कर उनके साथ ही चल बसीं।
जानकारी के अनुसार धनंजय साह नियमित रूप से बजरंगबली मंदिर में पूजा-पाठ करने के बाद टहलने जाते थे। इसी क्रम में सोमवार को धनंजय साह को ट्रक से जोरदार टक्कर मार दी, जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिये अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गयी। घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। इस बात की जानकारी परिजनों द्वारा उनकी 95 वर्षीय बूढ़ी माता चमेली देवी को नहीं दी गई। फिर भी आत्मा का जुड़ाव ऐसा की घटना के कुछ घंटे बाद ही चमेली देवी ने भी अपना शरीर त्याग दिया।
मृतक धनंजय साह की भाभी प्रमिला देवी बताती हैं कि ये चार भाई और दो बहनों में सबसे छोटे थे और मंदबुद्धि के भी थे, इसलिए आजीवन कुंवारे रहे। इनके बड़े भाई शिवनंदन साह की मौत भी 12 वर्ष पूर्व गांधी चौक के समीप ट्रैक्टर से धक्के के बाद हो गयी थी।