समलैंगिक डेटिंग ऐप से लोगों को फंसाते, गुप्त जगह बुलाकर संबंध बनाने के बाद रिकॉर्ड करते वीडियो

जबरन वसूली.

Update: 2024-09-14 02:44 GMT
सांकेतिक तस्वीर
नोएडा: नोएडा फेज-2 पुलिस ने समलैंगिंग डेटिंग ऐप पर दोस्ती कर संबंध बनाने और इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर जबरन रुपये वसूलने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दो आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी अब तक 20 से अधिक लोगों का वीडियो बनाकर उनसे जबरन वसूली कर चुके हैं।
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि बीते दिनों एक पीड़ित ने शिकायत दी थी कि दो युवकों ने उससे समलैंगिक डेटिंग ऐप पर दोस्ती की और उसे मिलने के लिए सुनसान जगह पर बुलाया। वहां संबंध बनाने के दौरान आरोपियों ने वीडियो बना लिया। कुछ ही दिन बाद दोनों युवकों ने उसके मोबाइल पर वीडियो भेजा और कहा कि अगर उसने 30 हजार रुपये और सोने का हार दो दिन के भीतर नहीं दिया तो वीडियो वायरल हो जाएगा। इसके बाद पीड़ित को बदनामी का डर सताने लगा और उसने जीवन समाप्त करने के बारे में सोच लिया। जब दोनों युवकों ने ब्लैकमेल करना जारी रखा तो उसने इसकी शिकायत पुलिस से की।
डीसीपी ने बताया कि मामले में केस दर्ज करने के बाद आरोपियों को दबोचने के लिए एक टीम गठित की गई। टीम ने सोमवार को बुलंदशहर निवासी 22 वर्षीय किशोर कुमार राघव और सलारपुर निवासी 20 वर्षीय दीपक कुमार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से एक बाइक और मोबाइल बरामद किया गया है। किशोर 12वीं पास है और दीपक वर्तमान में एक नामी कॉलेज से कानून की पढ़ाई कर रहा है। दोनों समलैंगिक ऐप पर प्रोफाइल बनाकर डेटिंग करते थे। इसके बाद किसी व्यक्ति की अंतरंग वीडियो वसूली करने के मकसद से बना लेते थे। दोनों की गिरफ्तारी के बाद कई अन्य लोगों ने भी पुलिस से संपर्क किया है, जो इस प्रकार की घटना के पीड़ित हैं। गौरतलब है कि बीते दिनों नोएडा के सेक्टर-20 थाना क्षेत्र निवासी एक चिकित्सक के साथ भी इसी प्रकार की घटना हुई थी।
एडिशनल डीसीपी हृदेश कठेरिया ने बताया कि दीपक और किशोर समलैंगिक डेटिंग ऐप ब्लूड और ग्रिंडर पर अपनी प्रीमियम प्रोफाइल बनाते थे। इन ऐप पर लाखों लोग जुड़े हैं। वे ऐप के जरिये लोगों को दोस्ती का प्रस्ताव भेजते थे। प्रस्ताव स्वीकार होने पर दोनों बातचीत करने लगते थे। दोस्ती जैसे ही प्रगाढ़ होती थी तो वे प्रस्ताव स्वीकार करने वाले व्यक्ति को सुनसान जगह पर बुलाते थे। विश्वास में लेकर दोनों इसके बाद संबंध बनाते थे और गिरोह का ही एक व्यक्ति वीडियो बना लेता था। प्रीमियम प्रोफाइल पर दोनों अपनी फोटो डालते थे। दोनों लंबे समय से नोएडा में इस प्रकार की वारदात कर रहे थे।
पुलिस के अुनसार आरोपियों के सोशल मीडिया एकाउंट को भी खंगाला जा रहा है। इस गिरोह में कितने लोग सक्रिय है, इसका भी पता लगाया जा रहा है। इससे पहले मेरठ शहर में भी इस प्रकार की ठगी तथा ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आ चुका है। मेरठ पुलिस ने भी एक गिरोह को पकड़ा था। नोएडा पुलिस को आशंका है कि मेरठ वाला गिरोह जेल से छूटने के बाद नोएडा में सक्रिय हो गया है। एक माह के भीतर दो ऐसे मामले नोएडा में सामने आ चुके हैं।
आरोपियों के मोबाइल फोन में क्लिप मिली
युवकों के पास से बरामद मोबाइल में कई आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दोनों युवक पीड़ितों से सिर्फ नगदी लेते थे ताकि ट्रांजेक्शन डिटेल के जरिए उनको पकड़ा न जा सके। आरोपी नोएडा के अलावा दिल्ली और गुरुग्राम के लोगों को भी निशाना बना चुके हैं। अधिकांश अश्लील वीडियो मोबाइल से बनाए गए हैं। जल्द ही पुलिस अन्य पीड़ितों से भी मामले को लेकर संपर्क करेगी। इसके लिए मोबाइल के रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है।
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