पेगासस ताजा रिपोर्ट: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का हमला, हां, अब...

Update: 2022-01-30 05:01 GMT

नई दिल्ली: हाल ही में इजराइल से दोस्ती को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने तंज कसा है. चिदंबरम ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा- 'पीएम ने कहा है कि भारत-इजराइल संबंधों में नए लक्ष्य निर्धारित करने का यह सबसे अच्छा समय है. बेशक, यह इजराइल से पूछने का सबसे अच्छा समय है कि क्या उनके पास पेगासस स्पाइवेयर का कोई बेटर वर्जन है? पिछला सौदा 2 अरब डॉलर में हुआ था. भारत इस बार बेहतर कर सकता है. अगर हमें 2024 के चुनावों से पहले और अधिक सोफिस्टिकेटेड स्पाइवेयर मिलते हैं, तो हम उन्हें $4 बिलियन भी दे सकते हैं. बता दें कि विपक्ष पेगासस डील के मुद्दे पर केंद्र सरकार को कई बार घेर चुका है.'

'इजराइय से संबध आगे बढ़ाने का बेहतर समय'
गौरतलब है कि भारत और इजराइल के बीच पूर्ण राजनयिक संबंधों के तीस साल पूरे होने के उपलक्ष्य में शनिवार को जारी एक विशेष वीडियो संदेश में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए नए लक्ष्य निर्धारित करने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता. उन्होंने कहा- अभी जब भारत आजादी के 75 साल मना रहा है, इजराइल भी अगले साल यही करने वाला है और दोनों देश 30 साल के पूर्ण राजनयिक संबंधों का जश्न मना रहे हैं."
पेगासस पर ताजा रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
इधर, इससे पहले शुक्रवार को ही पेगासस पर आई The New York Times की एक नई रिपोर्ट में चौंकाने वाले दावे किए गए हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि भारत सरकार ने इजरायल से 2017 में एक भारी भरकम डील में मिसाइल सिस्टम के अलावा पेगासस को भी खरीदा था. ये डील 2 अरब डॉलर की थी. रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि Federal Bureau of Investigation ने भी इस स्पाईवेयर को खरीदा था और इसे टेस्ट किया था. रिपोर्ट में डिटेल्स में बताया गया है कि कैसे स्पाईवेयर को ग्लोबली यूज किया गया है.
इसमें कहा गया कि इजरायली रक्षा मंत्रालय डील लाइसेंस में पेगासस को पोलैंड, हंगरी और भारत के अलावा दूसरे देशों को भी बेचा गया. इसमें साल 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इजरायल यात्रा के बारे में जिक्र करते हुए बताया गया है कि दोनों देश 2 बिलियन डॉलर की हथियार और इंटेलिजेंस गियर पैकज डील पर सहमत हुए थे. इसमें पेगासस और मिसाइल सिस्टम भी शामिल हैं.
आई थी पत्रकारों और मंत्रियों के फोन हैक की रिपोर्ट
बता दें कि कुछ महीने पहले ही इजरायल के पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिए फोन टैपिंग की रिपोर्ट आने के बाद से बवाल मचा हुआ है. विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार को घेर रही है तो वहीं सरकार भी इन आरोपों को खारिज कर रही है. पहले जो रिपोर्ट सामने आई थी, उसमें दावा किया गया था कि इजराइल के सॉफ्टवेयर Pegasus की मदद से भारत के करीब 300 लोगों के फोन हैक किए गए हैं. इनमें पत्रकार, मंत्री, नेता, बिजनेसमैन और अन्य सार्वजनिक जीवन से जुड़े हुए लोग शामिल हैं.
ये रिपोर्ट वाशिंगटन पोस्ट समेत दुनिया की करीब 16 मीडिया कंपनी द्वारा पब्लिश की गई थी. रिपोर्ट की पहली कड़ी में भारत के करीब 40 पत्रकारों का नाम शामिल किया गया था. रिपोर्ट में दावा किया गया कि 2018 से 2019 के बीच अलग-अलग मौकों पर इन सभी पत्रकारों के फोन हैक किए गए या हैक करने की कोशिश की गई. इस दौरान व्हाट्सएप कॉल, फोन कॉल, रिकॉर्डिंग, लोकेशन समेत अन्य कई जानकारियां ली गईं.


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