पवन खेरा ने फॉरेन मिनिस्टर को फैल्ड मिनिस्टर कहा, देखें VIDEO...
प्रेससवार्ता में दिया बयान
रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन पर चर्चा करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेरा ने कहा कि FM को हम फॉरेन मिनिस्टर कहते हैं, लेकिन अब FM का मतलब फैल्ड मिनिस्टर हो गया है. आज विदेश मंत्री कहते हैं कि चीन बड़ी अर्थ व्यवस्था है, इसलिए हम उसको आंख नहीं दिखा सकते. पीएम नरेंद्र मोदी के बयान, 'वो कह रहे तेरी कब्र खुदेगी' पर खेरा ने कहा कि वे देश के पीएम हैं, उन्हें ऐसी अटपटी बातें करने के बजाय महंगाई, बेरोजगारी और चीन के मुद्दे पर जवाब देना चाहिए.
खेरा ने कहा कि आज पूरा देश कांग्रेस पार्टी की ओर उम्मीद की नजरों से देख रहा है. लोगों को भरोसा है कि यदि इस देश की अर्थ व्यवस्था को कोई पटरी पर ला सकता है, तो वह कांग्रेस पार्टी है. हम निडर हैं, इसलिए आठ साल से संघर्ष कर रहे हैं. इससे पहले सैकड़ों साल तक अंग्रेजों से संघर्ष किया था. हालांकि दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तारी के मसले पर उन्होंने कुछ भी बोलने इंकार कर दिया. उन्होंने कहा, 'हम बोलेगा तो बोलोगे कि बोलता है इसलिए हम कुछ नहीं बोलेगा. न्यायिक प्रक्रिया है. बोलना उचित नहीं है. मैंने पहले ही ट्वीट किया था कि शायद मैंने कुछ गलत कह दिया है.'
महिला आरक्षण बिल से जुड़े एक सवाल पर खेरा ने कहा कि लोकतंत्र में किसी निर्णय को थोपा नहीं जा सकता. निर्णय लेने से पहले तैयारी करनी पड़ती है. ताली बजाकर 500 और 1000 के नोट बंद करने का हम निर्णय नहीं ले सकते या लॉकडाउन लगाने का निर्णय नहीं ले सकते. पंजाब में खालिस्तानी नेता द्वारा गृहमंत्री अमित शाह को धमकी देने के मसले पर खेरा ने केंद्र व पंजाब सरकार की खिंचाई की. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति देश के गृहमंत्री को धमकी देता है, वह सरेआम घूम रहा है. यह खतरे की घंटी है.
इससे निपटने तो दूर समझने में भी पंजाब की सरकार सक्षम नहीं है. उम्मीद है कि केंद्र व पंजाब सरकार इस ओर ध्यान देगी और आने वाले कुछ घंटे में असर दिखेगा. 2024 के चुनाव में महागठबंधन और उसके नेतृत्व के संबंध में खेरा ने कहा कि वे लेफ्ट और राइट के बजाय मध्यम मार्ग अपनाते हैं. अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं. उन परिस्थितियों को ध्यान में रखकर निर्णय लिया जाता है. महाधिवेशन में भी इस पर ठोस निर्णय लिया जाएगा. महागठबंधन में कांग्रेस का प्रधानमंत्री होने के संबंध में एक सवाल पर उन्होंने कहा कि देश के लोगों के लिए यह मुद्दा नहीं है. देश के लोगों के लिए महंगाई, बेरोजगारी मुद्दा है. इस पर ध्यान देना चाहिए.