पासपोर्ट रैंकिंग: इस एशियाई देश का पासपोर्ट दुनिया में सबसे शक्तिशाली, पाकिस्तान का बुरा हाल, जानें भारत का नंबर
नई दिल्ली: सिंगापुर ने 2025 में दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट के रूप में अपना ताज फिर से हासिल कर लिया है। इसका पासपोर्ट 227 ग्लोबल डेस्टिनेशन में से 195 तक वीजा-फ्री पहुंच उपलब्ध कराता है। दूसरे नंबर पर जापान का पासपोर्ट है जो 193 देशों में वीजा-फ्री एंट्री की सुविधा देता है।
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स की नई रैंकिंग के मुताबिक 2024 में नंबर एक स्पॉट साझा करने के बाद, फ्रांस, जर्मनी, इटली और स्पेन [यूरोपीय संघ के सदस्य देश], दो पायदान गिरकर तीसरे नंबर पर आ गए हैं। उनके साथ फिनलैंड और दक्षिण कोरिया भी हैं। सभी छह पासपोर्ट 2025 में 192 देशों तक वीजा-फ्री यात्रा की सुविधा देते हैं। चौथे नंबर पर यूरोपीय संघ के सात देश - ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड, लक्जमबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे और स्वीडन आते हैं। इनमें से किसी भी पासपोर्ट के होने पर 191 देशों में वीजा-फ्री एंट्री मिल सकती है।
पांचवें नंबर पर बेल्जियम, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, यूके और न्यूजीलैंड हैं। इनमें किसी भी देश का पासपोर्ट होने पर 190 देशों की वीजा फ्री यात्रा की जा सकती है। ब्रिटेन के पासपोर्ट की ताकत लगातार घट रही है जो कभी नंबर एक स्थान पर था। सबसे अहम बात यह है कि टॉप फाइव से अमेरिकी पासपोर्ट गायब है। यह नौवें नंबर पर है। वर्तमान में, अमेरिकी पासपोर्ट धारक 186 देश तक वीजा-फ्री पहुंच का आनंद लेते हैं।
इस साल की रैंकिंग में भारत पांच पायदान नीचे खिसककर 80वें स्थान से 85वें स्थान पर आ गया है। भारतीय पासपोर्ट के जरिए अब 57 देशों में वीजा फ्री यात्रा की जा सकती है। भारत के साथ इक्वेटोरियल गिनी और नाइजर भी 85वें नंबर पर हैं। पाकिस्तान सबसे निचले पांच देशों में शामिल है। पाकिस्तान और यमन 103वें स्थान पर हैं। दोनों देशों के पासपोर्ट सिर्फ 33 देशों के लिए वीजा फ्री एंट्री की सुविधा देते हैं।
इराक 104वें स्थान पर है, सीरिया 105वें नंबर पर। अफगानिस्तान सूची में सबसे निचले पायदान 106 पर हैं। इसका पासपोर्ट सिर्फ 26 देक तक वीजा-फ्री पहुंच प्रदान करता है।