पर्यावरण जन चेतना यात्रा ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश देकर लोगों को किया जागरूक
नागौर। नागौर जिले के पांचला सिद्धा ग्राम से 13 अगस्त को शुरू हुई पर्यावरण चेतना यात्रा गुरुवार की रात्रि में मेड़ता रोड पहुंची। शुक्रवार को प्रात: ब्राह्मणी माता मंदिर परिसर में पौधरोपण के बाद गाजे बाजे के साथ रथ यात्रा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में पहुंची। विद्यालय की बालिकाओं ने पुष्प वर्षा कर रथ यात्रा का स्वागत किया। पर्यावरण जन चेतना यात्रा के विभाग संयोजक मोहन राम सुथार ने बताया कि खेजड़ली में 363 लोगों ने खेजड़ी की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
जबकि आज स्थितियां है कि जो वृक्ष हमारी रक्षा कर रहे हैं उन्हें ही हम नुकसान पहुंचा रहे हैं। हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक नंदलाल बाबा जी ने कविता के माध्यम से बताया कि शुद्ध वायु, शुद्ध जल, शुद्ध हो धरती, वायु, जल तभी तो स्वर्णिम होगा हमारा आने वाला कल। धरती को हरा भरा रखना यह जीवन धर्म हमारा, वृक्षों का रक्षण परी पोषण पवन धर्म हमारा। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक की जो थैलिया हम बाहर फेंकते हैं उन्हें गाय खा जाती है, जिससे उनके शरीर में उसका पाचन नहीं होता है और गायों की मृत्यु हो जाती है।
इसलिए हमें गायों की रक्षा के लिए भी और धरती माता की रक्षा के लिए भी प्लास्टिक का प्रयोग बंद कर देना चाहिए। रामद्वारा के संत गोवर्धन दास रामसनेही ने कहा परोपकार वही है जो दूसरों के काम आ सके। वृक्ष अपनी छाया, फल, फूल और लकड़ी का उपयोग कभी खुद के लिए नहीं करते हैं वह मानवता के लिए इनका उपयोग करते हैं, यही परोपकार है। इस अवसर पर सेंट विवेकानंद विद्यालय के विद्यार्थियों ने पर्यावरण पर आधारित एक नाटिका प्रस्तुत कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। यात्रा के उप संयोजक लीलाधर सोनी ने सभी को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाया। कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पर्यावरण प्रेमियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन व्याख्याता सत्येंद्र दाधीच तथा विजय कुमार शर्मा ने किया। प्रधानाचार्य ओम प्रकाश सिरोहीवाल ने आगंतुकों का धन्यवाद किया।