नई दिल्ली: पारादीप बंदरगाह पर नये वर्ष 2023 का आगमन धूम-धड़ाके के साथ हुआ, क्योंकि टीम पीपीए ने देश के सभी प्रमुख बंदरगाहों द्वारा कार्गो कार्य-कलाप के मद्देनजर दिसंबर माह में सबसे अधिक कार्गो कार्य-व्यापार करने के साथ वर्ष 2022 को विदा किया। उल्लेखनीय है कि दिसंबर 2022 में कार्गो कार्य-व्यापार 12.6 एमएमटी हुआ, जो अब तक का रिकॉर्ड है। पीपीए के अध्यक्ष श्री पीएल हरनाध ने इस शानदार कामकाज के लिये टीम पीपीए को बधाई दी। नव वर्ष 2023 बंदरगाह के लिये शुभ साबित होगा, क्योंकि बंदरगाह 100 एमएमटी कार्गो कार्य-व्यापार की अभीष्ट सीमा पार करने के लिये तत्पर है। बंदरगाह, यह सीमा इस वर्ष जनवरी में पार कर लेगा। वर्तमान वित्तवर्ष में बंदरगाह 125 एमएमटी से अधिक का रिकॉर्ड कार्गो कार्य-व्यापार करने पर तत्पर है। दिसंबर 2022 तक पीपीए ने 96.81 एमएमटी कार्गो कार्य-व्यापार किया था, जबकि पिछले वित्तवर्ष की समान अवधि में 83.6 एमएमटी का कार्गो कार्य-व्यापार किया गया था। इसी वर्ष बंदरगाह ने विभिन्न सुधारात्मक उपाय किये, जिनकी बदौलत पिछले वर्ष की तुलना में 15.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। ताप बिजली घरों के लिये कोयला सम्बंधी तटीय कार्य-व्यापार में 68.11 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पिछले वित्तवर्ष की समानावधि में यह कुल कार्गो कार्य-व्यापार का लगभग 31.56 प्रतिशत था। पारादीप बंदरगाह देश के तटीय नौवहन स्थल-केंद्र के रूप में उभर रहा है। उसने राजस्थान, उत्तरप्रदेश और हरियाणा के ताप बिजली घरों के लिये समुद्री रास्ते से कोयला पहुंचाने की भी योजना बनाई है।