पप्‍पू यादव की पत्‍नी रंजीत रंजन ने खुलेआम दी धमकी, अगर कुछ हुआ तो....

Update: 2021-05-12 12:22 GMT

फाइल फोटो 

मधेपुरा के पूर्व सांसद और जाप नेता पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्‍नी और कांग्रेस नेता रंजीत रंजन ने ट्वीट करके मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दी है. इस ट्वीट में रंजीत रंजन ने कहा है, नीतीश जी, पप्पू जी कोरोना नेगेटिव हैं, अगर वह पॉजिटिव हुए तो आपको इस साजिश में शामिल चार लोगों एवं एम्बुलेंस चोरों को CM आवास से निकाल बीच चौराहे पर नहीं खड़ा किया तो मेरा नाम रंजीत रंजन नहीं.



इससे पहले रंजीत रंजन ने कहा था कि पप्पू यादव जी का कुछ दिन पहले ही गंभीर बीमारी का ऑपरेशन हुआ था. डॉक्टर ने उन्हें तीन महीने तक आराम करने को बोला था, बावजूद इसके कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ते ही वो जिद कर बिहार की जनता की सेवा करने चले गए. अपनी सेहत का खयाल नहीं रखते हुए दिन रात वो बिहार के लोगों की सेवा कर रहे थे इसके बावजूद बिहार की सरकार ने उन्हें पुराने मामले में गिरफ़्तार कर लिया, इसके पीछे गहरी साजिश है. उन्होंने कहा कि अभी कोरोना काल में सबको मिलकर मुकाबला करने की जरूरत है राजनीति की नहीं.
वहीं पप्पू यादव के बेटे सार्थक जो कि क्रिकेटर भी हैं अपने पिता की गिरफ़्तारी के बाद सामने आए और अपने गुस्से का इज़हार किया. सार्थक ने ट्वीट कर कहा, 'जितनी हिम्मत मेरे पिता को थाने में रखने और गिरफ़्तार करने में दिखाई है, नीतीश कुमार जी पिछले कुछ घंटो में काश उतना ज़ोर अस्पतालों की निगरानी में लगाया होता तो उतना मेरे पापा को घर से बाहर नही निकलना पड़ता. बिहार को मेरे पिता की ज़रूरत है, राजनीतिक दुश्मनी की नहीं. मेरे पिता हमेशा से जरूरत मंद लोगों की सेवा करते रहे हैं. इस बार भी वही कर रहे थे लेकिन पता नहीं क्यों ये सरकार को नागवार गुजर गया.'
पटना से हुई गिरफ्तारी के बाद पप्पू यादव के समर्थकों के भारी विरोध के बीच मधेपुरा ले जाया गया. रात के लगभग 10:50 बजे 30 से अधिक गाड़ियों के काफिले के साथ पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट लाया गया. पप्पू यादव की पेशी के लिए रात 11 बजे मधेपुरा सिविल कोर्ट को खोला गया. कोर्ट के कर्मचारी अपने कार्यालय पहुंचे जहां से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पप्पू की पेशी हुई. पेशी के दौरान उन्होंने कोर्ट के सामने अपनी बीमारी का भी हवाला बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग की.
पप्पू यादव की पेशी को लेकर बड़ी संख्या में जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गयी थी, फिर भी सैकड़ों समर्थक रात के अंधेरे में जगह-जगह डटे दिखे. न्यायिक दंडाधिकारी सुरभि श्रीवास्तव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पूर्व सांसद को रिमांड टू जेल का आदेश देते हुए 14 दिन के न्यायिक हिरासत में बीरपुर (सुपौल) जेल भेज दिया और बेहतर इलाज की व्यवस्था का भी आदेश दिया. रात में करीब 12 बजे प्रशासन उन्हें बीरपुर जेल लेकर चली गई.
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