1 करोड़ 22 लाख में हुआ था पेपर का सौदा, सभी आरोपी पकड़ाए

Update: 2022-01-27 01:24 GMT

राजस्थान। राजस्थान में शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET Exam-2021) के पर्चा लीक मामले में एसओजी ने एक गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा किया है. हालांकि, सरकारी दफ्तर से पेपर किसने आउट किया था, इस बारे में एसओजी ने कुछ भी नहीं बताया. राजस्थान सरकार के जयपुर स्थित शिक्षा संकुल के पेपर संग्रहण केंद्र से 24 सितंबर को ही पेपर निकालकर गिरोह को दिया गया था. इस केस में सरगना उदाराम और रामकृपाल मीणा समेत अब तक कुल 35 आरोपियों की गिरफ्तार हुई है. आरोपी रामकृपाल ने पेपर के बदले उदाराम को 1 करोड़ 22 लाख रुपये दिए थे.

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एटीएस और एसओजी अशोक राठौड़ ने बताया, रीट परीक्षा पेपर आउट केस में मुख्य आरोपी भजनलाल को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था. भजनलाल से पूछताछ करने पर सामने आया कि रीट का पेपर उसे उदाराम विश्नोई ने दिया था. वहीं, उदाराम को शिव शक्ति पब्लिक स्कूल के रामकृपाल मीणा ने पेपर संग्रहण केंद्र से पेपर निकालकर दिया था. एसओजी अब उदाराम और रामकृपाल मीणा से पूछताछ में जुटी है और मामले से जुड़े गिरोह के अन्य आरोपियों जानकारी ली जा रही है. इस मामले में अब तक कुल 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार अभियुक्तों से पेपर लीक प्रकरण से जुड़े अन्य लोगों के बारे में गहन पूछताछ की जा रही है.

गौरतलब है कि लंबे समय से राजस्थान में रीट पेपर परीक्षा पेपर आउट की जांच CBI से कराने को लेकर आंदोलन चल रहा है. इस मामले में CIC में तैनात राष्ट्रपति पदक प्राप्त असिस्टेंट कमांडेंट विकास जाखड़ ने झुंझुनू में नौकरी छोड़कर भूख हड़ताल कर रखी है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा पूरे राज्य में आंदोलन चल रहा है. 3 हज़ार पदों के लिए हुई इस परीक्षा में 15 लाख से ज़्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया था.

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