पेंडोरा पेपर्स ने देश में मचाई खलबली, सचिन तेंदुलकर के बाद ये बड़े नाम आए सामने
नई दिल्ली: इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (ICIJ) के पेंडोरा पेपर्स (Pandora Papers) के खुलासे ने खलबली मचा रखी है. पेंडोरा पेपर्स लीक (Pandora Papers Leaks) में भारतीय क्रिकेट के मास्टर ब्लास्टर कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का नाम भी सामने आया है. उनके बाद अब अनिल अंबानी (Anil Ambani), विनोद अडानी (Vinod Adani), जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff), किरण मजूमदार शॉ (Kiran Mazumdar-Shaw), नीरा राडिया (Niira Radia), और (Satish Sharma) समेत कई भारतीयों के नाम भी सामने आए हैं.
इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICJI) में बीबीसी और द गार्जियन के अलावा भारत के इंडियन एक्सप्रेस समेत दुनियाभर के 150 से ज्याादा मीडिया समूह शामिल हैं. आईसीआईजे ने दावा किया है कि उसके पास 1.19 करोड़ से ज्यागा गोपनीय फाइलें हाथ लगीं हैं, जिसने अमीरों के गुप्त लेनदेन का खुलासा कर दिया है.
पेंडोरा पेपर्स की लिस्ट में बायोकॉन प्रमुख किरण मजूमदार शॉ (Kiran Mazumda Shaw) के पति जॉन शॉ (John Shaw) का नाम भी आया है. इस पर किरण मजूमदार ने कहा कि उनके पति के विदेश स्थित ट्रस्ट को गलत तरीके से शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि उनके पति का ट्रस्ट 'वास्तविक' और 'वैध' है.
पेंडोरा पेपर्स में पति का नाम आने के बाद किरण मजूमदार शॉ ने सफाई देते हुए कहा, 'मेरे पति के विदेश ट्रस्ट का नाम गलत तरीके से शामिल किया जा रहा है, जो एक वास्तविक और वैध है, जिसे स्वतंत्र ट्रस्टी मैनेज करते हैं. किसी भी भारतीय के पास इस ट्रस्ट की 'चाबी' नहीं है, जैसा आरोप लगाया गया है.'
उन्होंने कहा, 'मेरे पति जॉन शॉ एक ब्रिटिश नागरिक हैं जिन्होंने अपनी फॉरेन करंसी की कमाई से 1999 में ग्लेनटेक इंटरनेशनल नाम से एक इन्वेस्टमेंट कंपनी सेटअप की थी. इस कंपनी ने यूनिलिवर समेत कई रियल एस्टेट कंपनियों में निवेश किया है.' यूनिलिवर के पास ही बायोकॉन (Biocon) का मालिकाना हक है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि ग्लेनटेक मॉरिशस में रजिस्टर्ड कंपनी है जिसके बारे में आरबीआई और सेबी दोनों को पता है.
उन्होंने कहा कि उनके पति जॉन शॉ भारत में जो टैक्स रिटर्न फाइल करते हैं उसमें वो खुद को ग्लेनटेक के शेयरहोल्डर और डायरेक्टर बताते हैं. वहीं, डीनस्टोन ट्रस्ट के बारे में उन्होंने कहा कि इसकी स्थापना 2015 में ग्लेनटेक ने की थी. इस ट्रस्ट को परोपकार के काम के लिए स्थापित किया गया है.
पेंडोरा पेपर्स लीक में करीब 380 भारतीयों के नाम शामिल होने का दावा है. इसमें सचिन तेंदुलकर का नाम भी है. वहीं, अघोषित विदेश संपत्ति रखने के आरोप में अनिल अंबानी और किरन मजूमदार शॉ का भी नाम है. इस लिस्ट में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) का नाम भी है.
पेंडोरा पेपर्स के सामने आने के बाद 91 देशों में हलचल पैदा हो गई है. इस लिस्ट में दुनियाभर के राजनेताओं और हस्तियों पर दूसरे देशों में छिपाकर संपत्ति बनाने का आरोप लगाया है. आईसीआईजे का दावा है कि उसके हाथ 1.19 करोड़ से ज्यादा गोपनीय फाइलें हाथ लगीं हैं, जिसने अमीरों के गुप्त लेनदेन का खुलासा कर दिया है.