पुलिस की कार्रवाई से बिफरे पंडित जी, अफसरों से लेकर नेताओं तक सबको सौंपा ज्ञापन

Update: 2021-05-11 09:02 GMT

उज्जैन भी कोरोना के ज़बरदस्त संक्रमण की चपेट में है. पिछले साल पहली लहर में वो इंदौर, भोपाल (Bhopal) के साथ तीसरा सबसे ज़्यादा संक्रमित शहर था. इस बार भी संक्रमण ज़्यादा होने के कारण कोरोना कर्फ्यू में सब बंद है. लेकिन पंडे और जजमान उसके बाद भी नहीं मान रहे. चोरी छुपे वो मृतकों का पिंडदान कर रहे हैं. पुलिस ने भी अति कर दी. घाट पर छापा मारकर उन्हें ऐसे भगाया मानो वो कोई चोर उचक्के हों. इससे पंडे नाराज़ हैं और उन्होंने अफसरों से लेकर नेताओं तक सबको ज्ञापन सौंपा है.

उज्जैन कोरोना महामारी और कोरोना कर्फ्यू के कारण क्षिप्रा नदी के किनारे रामघाट पर पिंडदान और अन्य पूजन पाठ पर प्रतिबंध है. लेकिन पंडे और जजमान दोनों नहीं मान रहे. वो चोरी छुपे पूजन कर रहे हैं. पुलिस प्रशासन को इसकी भनक लगी तो वो दल बल के साथ छापा मारने पहुंच गयी. इसका वीडियो अब वायरल हो रहा है.

एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें सीएसपी पल्लवी शुक्ला महाकाल थाने के बल के साथ राम घाट पर पहुंची. उन्होंने पंडित सहित पूजन पर बैठे जजमानों को खदेड़ना शुरू कर दिया. पुलिस तो पुलिस होती है. उसने सख्त आवाज़ में चिल्लाना शुरू कर दिया. पुलिस को देखकर पंडे और जजमान दोनों पूजा छोड़कर भागने लगे. आगे-आगे महिला और पुरुष जजमान और पीछे पुलिस भागती नज़र आयी. इस तरह का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई. अब पंण्डे पुजारियों ने मिलकर सीएम शिवराज सिंह , धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर और उज्जैन सांसद अनिल फिरोजिया को प्रशासन के इस रवैये के खिलाफ ज्ञापन दिया है.र मांग की है कि सभी पंडितों को पूजन कराने की अनुमति दी जाए.

कोरोना संक्रमण के कारण प्रशासन ने मोक्षदायिनी क्षिप्रा पर उत्तर कार्य कराने पर रोक लगा रखी है. अफसर किसी भी पुरोहित को घाट या अपने घर पर जजमानों को पितृकर्म नहीं कराने दे रहे हैं. हाल ही में कुछ तीर्थ पुरोहित ऐसा करते पाए गए थे, इस पर प्रशासन ने उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई की. घाट पर उत्तरकार्य कराने आए कुछ लोगों पर डंडे भी बरसाए गए. प्रशासन की सख्ती के आगे तीर्थ पुरोहित विरोध कर रहे हैं. तीर्थ पुरोहितों ने उज्जैन कलेक्टर सहित उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और सांसद अनिल फिरोजिया से मुलाक़ात कर एक वीडियो भी दिखाया कि किस तरह से उज्जैन पुलिस के अधिकारी दौड़ा दौड़ा कर पंडितों और जजमानों को भगा रहे हैं. सोमवार को भी कुछ पंडितो के घर पुलिस जाँच करने पहुंची थी.

भोपाल के एक आला अफसर के यहां गमी हो गयी थी.दो दिन पहले प्रशासन ने पुलिस के साए में रामघाट क्षेत्र में उनका उत्तरकार्य करा दिया. इस घटना के बाद तीर्थ पुरोहित भड़क गए. उनका कहना है प्रशासन रसूखदारों का पुलिस के साए में पितृकर्म करा रहा है और आम लोगों पर डंडे बरसा रहा है. कोरोना के नाम पर अफसर मनमानी कर रहे हैं और धर्म परपम्परा का निर्वाहन नहीं करने दे दिया जा रहा हैं.

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