पंचायत का असंवेदनशील फरमान: रेप को भूल जाओ, और...थाने गई लड़की
गांव के पंचायत का एक तुगलकी फरमान इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है.
पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया में गांव के पंचायत का एक तुगलकी फरमान इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है. पंचायत के इस आदेश के खिलाफ रेप पीड़िता अपनी मां के साथ न्याय के लिए दर-दर भटक रही है.
मामला पूर्णिया के कस्बा थाना क्षेत्र का है. बरेटा गांव में शौच के लिए बाहर निकली युवती से दो युवकों ने जबरन दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. पीड़ित युवती अपने जीजा के यहां आई हुई थी. इसी दौरान जब वो शौच के लिए निकली, तो पड़ोस के ही दो आरोपी रिहान और इश्तियाक ने उसे पकड़ लिया और सुनसान जगह पर ले जाकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया.
दुष्कर्म पीड़ित ने इसकी सूचना अपने परिजनों और ग्रामीणों को दी. उसके बाद ग्रामीणों ने दोनों आरोपियों को बचाने के लिए गांव में पंचायत का आयोजन किया.
पंचायत वालों ने तुगलकी फरमान जारी करते हुए पीड़ित की जल्द शादी कराने की बात कही. पंचायत में कहा गया, जो हो गया उसे भूलकर आगे बढ़ना चाहिए.
पंचायत ने फरमान जारी किया कि पीड़ित लड़की की दूसरे लड़के से शादी कर दी जाए. पंचायत का ये फरमान सुनकर पीड़ित आश्चर्य में पड़ गई और उसने अब इंसाफ के लिए पुलिस से गुहार लगायी है.
पीड़ित ने कस्बा थाने में आरोपियों के अलावा उन ग्रामीणों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई है, जिन्होंने उन्हें दूसरे लड़के से शादी करने के लिए दबाव बनाया. मामले में थाने की ढिलाई को देखते हुए पीड़ित ने एसपी से इंसाफ की फरियाद की है.
कसबा थाने के प्रभारी अमित कुमार ने कहा, पीड़ित और उसकी मां लगातार पुलिस के संपर्क में हैं ताकि गांव के पंचायत की ओर से उन्हें प्रताड़ित नहीं किया जा सके. मामले की जांच जारी है और उन्हें इंसाफ मिलेगा. पंचायत का आदेश नहीं मानने पर उनसे ग्रामीण नाराज हैं और उनपर कभी भी हमला हो सकता है.