Pali. पाली। पाली शहर में आवारा कुत्तों के हमले बढ़ गए हैं। शुक्रवार को गांधी मूर्ति एरिया, रोटरी क्लब से बापू नगर एरिया में कई 18 लोगों पर डॉग ने हमला कर दिया। ये लोग बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचे जहां इलाज करवाया। लगातार बढ़ते डॉग बाइट के मामलों के बावजूद नगर निगम इन आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए कोई कोशिश नहीं कर रहा है। पागल कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर निगम ने विंग बना रखी है जो कभी कभार एक्शन मोड में दिखती है। विंग के पास एक गाड़ी है और 10 सदस्यों की टीम है बावजूद शहर में आवारा कुत्तों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले तीन सालो की बात करें तो राजकीय बांगड़ अस्पताल में 10,459 लोग स्ट्रीट डॉग के काटने से इलाज करवाने पहुंचे हैं। साल 2022 में 3 हजार 201, 2023 में 3 हजार 41 तो 2024 में 4 हजार 217 मामले डॉग बाइट के सामने आ चुके हैं।
गुरुवार को भी पुलिस लाइन के पास स्कूल से जा रहे एक बच्चे को कुत्ते ने काट लिया था। ऐसे ही 12 दिसंबर को शिवदीप नगर, राजेंद्र नगर में मंदिर जा रहे रिटायर्ड एसआई पर कुत्ते ने हमला कर दिया था। ज्यादातर कुत्तों के हमला के मामले सर्दी के सीजन में सामने आ रहे हैं। क्योंकि ब्रिडिंग सीजन होने के कारण इनमें इजाफा हो जाता है। नगर निगम पाली के आयुक्त नवीन भारद्वाज ने बताया किआवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए अलग से विंग है। शहर में अब तक कितने कुत्ते पकड़े हैं इसका आंकड़ा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार निगम स्ट्रीट डॉग्स पर एक्शन लेता है। डॉ. मनोज पंवार, संयुक्त निदेशक, पशु पालन विभाग ने बताया कि सितंबर से अक्टूबर तक डॉग्स का मैटिंग और नवंबर से लेकर जनवरी तक ब्रीडिंग पीरियड होता है। जिसके चलते स्ट्रीट डॉग्स आक्रामक हो जाते हैं। स्ट्रीट डॉग्स में खासतौर पर बच्चों को लेकर फीमेल डॉग्स इस पीरियड में ज्यादा आक्रामक होती है। ये कुत्ते थोड़ा सा भी डर देखकर हिंसक हो जाते हैं।