बैतूल। बैतूल में फूड पॉइजनिंग से 6 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। 12 अन्य जिला अस्पताल में भर्ती हैं। सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। पारिवारिक कार्यक्रम में ही भोजन करने के बाद सबकी तबीयत बिगड़ी। मेडिकल ऑफिसर डॉ. स्वाति मिश्रा ने बताया कि बैतूल बाजार कस्बे में रमेश गूलर के बेटे की मौत के बाद कुछ रिश्तेदार उनके घर आए थे। 19 मई की शाम सभी लोगों ने घर में ही टमाटर की चटनी, रोटी और दाल-चावल खाए। रात में एक-एक कर 8 महिला, दो पुरुष और तीन बच्चों को पेट दर्द, उल्टी-दस्त के बाद बुखार आ गया।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि सोमवार को इन सभी का इलाज स्थानीय निजी डॉक्टर से कराया गया। हालत नहीं सुधरी तो मंगलवार सुबह जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान अमरावती निवासी वेदांश की मौत हो गई है। हम इसे फूड पॉइजनिंग सस्पेक्ट कर रहे हैं। वहीं, एसपी निश्चल एन झरिया ने कहा कि पुलिस मामले को संवेदनशीलता से देख रही है। डॉक्टर्स से बात की गई है। जांच के हर बिंदु पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
जिला अस्पताल में रमेश (60), कलाबाई (60), गोदी बाई गूलर (55), सल्लू बाई (50), उमेश गूलर (45), सरिता गूलर (32), लता गूलर (31), रेणुका सातपुते (30), प्रीति गूलर (30), पुष्पलता (16), तेजल गूलर (9) और संवि गूलर (4) का इलाज किया जा रहा है। पोस्टमॉर्टम के बाद वेदांश का शव परिजन को सौंप दिया गया। टीकमगढ़ में कुएं का पानी पीने के बाद 35 लोग बीमार हो गए। तीन बच्चों समेत 7 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान 5 साल के बच्चे की मौत हो गई। बड़ागांव तहसील के दरी नगारा गांव निवासी दशरथ लोधी ने बताया कि अहिरवार मोहल्ले में बने कुएं के पानी से 35 लोगों को उल्टी दस्त और बुखार की शिकायत हुई है। भागीरथ अहिरवार के 5 साल के बेटे राज को इलाज के लिए झांसी ले जाया गया था। सोमवार को उसने दम तोड़ दिया। बबलू अहिरवार की 3 साल की बेटी और ज्ञान भारती की 2 वर्षीय बेटी की हालत गंभीर हैं।
कलेक्टर अवधेश शर्मा ने बताया कि कुल 35 लोग बीमार हैं। इनमें 18 बच्चे हैं, जो 15 साल से कम उम्र के हैं। 11 लड़कियां और 7 लड़के हैं। 17 वयस्क हैं। 7 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की जानकारी लगते ही टीकमगढ़ तहसीलदार गोविंद सिंह राजपूत, एसडीओपी राहुल कटरे जिला अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों से बात कर बीमार लोगों का हाल जाना। एसडीएम लोकेंद्र सिंह ने बताया कि पूरे मामले पर निगरानी रखी जा रही है। गंभीर लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सामान्य बीमार लोगों के लिए गांव के प्राथमिक स्कूल में मेडिकल कैंप लगाया गया है। उन्होंने कहा कि जिस कुएं का पानी पीकर लोग बीमार हुए, पीएचई विभाग के अधिकारियों ने उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। पेयजल के लिए इलाके में टैंकर भेजे जा रहे हैं।